खार्तूम, 05 नवंबर (वार्ता) सूडान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पर पूर्ण हथियार प्रतिबंध लगाने और विद्रोही संगठन रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के लड़ाकों को आतंकवादी घोषित करने की मांग की है।
जिनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र कार्यालय में सूडान के स्थायी प्रतिनिधि हसन हामिद हसन ने मंगलवार को कहा कि यूएई विशेष रूप से अमेरिका और यूरोपीय देशों के साथ हथियार व्यापार समझौतों का उल्लंघन कर रहा है। सूडान ने इस संबंध में यूएई पर आतंकवादी समूहों को हथियारों की आपूर्ति और वित्तपोषण तुरंत बंद करने के लिए सुरक्षा परिषद से निर्णायक दबाव बनाने का आह्वान किया है।
श्री हसन ने कहा कि यूएई आरएसएफ आतंकवादियों को हथियारों की आपूर्ति कर रहा है। साथ ही उन्होंने सूडान की घटनाओं को अंतरराष्ट्रीय निष्क्रियता का परिणाम भी बताया।
आरएसएफ विद्रोहियों ने 26 अक्टूबर को कहा था कि उन्होंने 18 महीने की लड़ाई के बाद अल फशीर में सूडानी सेना के छठे इन्फैंट्री डिवीजन के मुख्यालय पर कब्जा कर लिया है। उल्लेखनीय है कि यह उत्तरी दारफुर में सरकार का मुख्य गढ़ था। सूडानी सेना के कमांडर-इन-चीफ अब्देल फत्ताह अल-बुरहान ने भी पिछले मंगलवार को शहर से सैनिकों की वापसी की घोषणा की थी।
रूस के विदेश मंत्रालय ने 29 अक्टूबर को उत्तरी दारफुर की राजधानी में बड़े पैमाने पर मानवाधिकारों के उल्लंघन पर चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि रूस सूडानी संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करता है।
अप्रैल 2023 से सूडान में आरएसएफ और सेना के बीच में भीषण लड़ाई चल रही है। सेना ने मार्च में घोषणा की थी कि उसने राजधानी खार्तूम से विद्रोहियों को खदेड़ दिया है। आरएसएफ ने हालांकि अप्रैल से पश्चिमी और दक्षिणी सूडान में हमले तेज़ कर दिए थे और एक प्रतिद्वंद्वी सरकार के गठन की घोषणा की थी।

