नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर (वार्ता) मोबाइल फोन या फिक्स्ड लाइन के डिस्पले पर कॉल करने वाले के नंबर के साथ अब उसका नाम भी दिखेगा और चरणबद्ध तरीके से 31 मार्च 2026 तक यह व्यवस्था पूरे देश में लागू हो जायेगी।
सरकार के निर्देश पर इसका पायलट परीक्षण पूरा हो चुका है। वोडाफोन आइडिया ने हरियाणा सर्किल में पायलट पूरा किया है।
दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल ने बुधवार को यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं को बताया कि इस साल दिसंबर तक इस पर आगे काम शुरू हो जायेगा और अगले साल 31 मार्च तक यह व्यवस्था पूरे देश में लागू हो जायेगी।
उन्होंने बताया कि वोडाफोन आइडिया ने हरियाणा सर्किल में पंजीकृत नंबर से हरियाणा सर्किल के ही नंबर पर किये गये कॉल के लिए यह परीक्षण सफलता पूर्वक पूरा किया है। अब रिलायंस जियो हरियाणा से पूरे देश में कहीं भी की गयी कॉल के लिए यह व्यवस्था शुरू करने जा रही है। बाद में इसका विस्तार सभी ऑपरेटरों के लिए पूरे देश में किया जायेगा। फिर देश में पंजीकृत किसी भी नंबर से देश के भीतर किसी भी नंबर पर कॉल करने पर नंबर के साथ कॉलर का नाम भी आयेगा।
यह पूछे जाने पर कि यदि एक ही परिवार के अलग-अलग लोग एक ही सदस्य के नाम पर लिये गये नंबर इस्तेमाल करते हों तो उसके लिए किस तरह इसे लागू किया जायेगा, श्री मित्तल ने कहा कि फिलहाल जिसके नाम पर केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) है उसी का नाम आयेगा। बाद में इसमें उपयोगकर्ता का नाम जोड़ने की सुविधा पर काम किया जायेगा। उन्होंने बताया कि किसी एक संस्थान द्वारा लिये गये कई नंबरों के मामले में भी यही होगा कि जिसके नाम पर केवाईसी है, उसी का नाम आयेगा।
उल्लेखनीय है कि डीओटी ने 21 मार्च 2022 को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) से देश में कॉलर का नाम डिस्प्ले करने की व्यवस्था (सीनैम) लागू करने के बारे सिफारिश मांगी थी। ट्राई ने हितधारकों से विचार-विमर्श के बाद 23 फरवरी 2024 को अपनी अनुशंसा दूरसंचार विभाग को सौंपी थी। उन अनुशंसाओं पर विभाग ने 26 सितंबर 2025 को कुछ संशोधनों के सुझाव दिये थे जिन पर अपनी प्रतिक्रिया को दूरसंचार नियामक ने मंगलवार को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया था।
