*बुधवार को मुरैना स्टेशन से पहले वेल्डिंग मशीन से टकरा गई थी ट्रेन*
*फॉलोअप नवभारत*
ग्वालियर। रानी कमलापति से हजरत
निजामुद्दीन जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस के मुरैना स्टेशन के पास वेल्डिंग मशीन से टकराने के मामले में डीआरएम ने रेल पथ निरीक्षक (पीडब्ल्यूआई) समेत चार रेल कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। शुरुआती जांच में कर्मियों को हादसे का दोषी मानते हुए विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
मुरैना स्टेशन के पास वंदेभारत एक्सप्रेस वेल्डिंग मशीन से टकरा गई थी। इस दौरान तेज धमाके के बीच यात्रियों में अफरातफरी मच गई। साथ ही ट्रेन का ब्रेक पाइप टूट गया था।
रानी कमलापति-हजरत निजामुद्दीन वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन भोपाल मंडल करता है। हादसे की जांच के लिए झांसी रेल मंडल ने वंदे भारत एक्सप्रेस के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भोपाल मंडल से मंगवाई। इसमें लोको पायलट कैब, सिग्नल लैंप के साथ लगे कैमरे, ट्रेन मैनेजर के कैब में लगे कैमरे की फुटेज को भी खंगाला गया। फुटेज में दिखा कि ट्रेन जब सुबह 10.22 बजे घटनास्थल से मात्र 20 मीटर दूर थी तो तीन रेलकर्मी ट्रेन को आता देख मशीन छोड़कर भागने लगे थे।
*पटरी के जोड़ पर वेल्डिंग कर रहे थे कर्मचारी*
निलंबित कर्मचारियों में से एक ने बताया कि उन्हें उच्च अधिकारी ने मौखिक रूप से मेन लाइन की पटरी के जोड़ भरने को कहा था। बताया कि हमेशा यह होता है कि जिस ट्रैक पर काम करते हैं, उस ट्रैक पर ट्रैफिक ब्लॉक लिया जाता है। ऐसे में वह आश्वस्त थे कि ट्रेन इस ट्रैक पर नहीं आएगी। चार कर्मचारियों की गलती सामने आई है। जांच में सामने आया है कि कर्मचारियों ने ट्रेन और यात्रियों की सुरक्षा को दरकिनार करते हुए वेल्डिंग मशीन ट्रैक के किनारे ही छोड़ दी। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद बृहस्पतिवार को मंडल रेल प्रबंधक
दीपक कुमार सिन्हा ने मुरैना रेलखंड के रेल पथ निरीक्षक (पीडब्ल्यूआई), वेल्डर, ब्लैक स्मिथ और सहायक को दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया। रेल पथ निरीक्षक को मुरैना से हटा दिया गया है।