ग्वालियर। भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करें और पूरी सावधानी के साथ प्रत्याशियों के गणना अभिकर्ताओं को संतुष्ट करते हुए ईवीएम में दर्ज मतों व डाक मत पत्रों की गिनती करें। इस आशय के निर्देश मतगणना अधिकारियों के प्रशिक्षण में दिए गए। ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में शामिल ग्वालियर जिले के सभी 6 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतगणना के लिये तैनात किए गए अधिकारियों व कर्मचारियों को यहाँ जीवाजी विश्व विद्यालय के अटल सभागार में प्रशिक्षण दिया गया।
मतगणना अधिकारियों को ईवीएम में दर्ज मत व डाकमत पत्र गिनने की बारीकियाँ एक बार फिर से सिखाई गईं। मतगणना अमले के साथ-साथ माइक्रो ऑब्जर्वर को भी प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण के दौरान वीवीपैट की पर्चियाँ गिनने व उनका महत्व भी बताया गया। राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर एस बी ओझा ने प्रशिक्षण के दौरान जानकारी दी कि ईव्हीएम की हर गणना टेबल पर एक – एक गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक व माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात रहेंगे। इस प्रकार एक टेबल पर तीन अधिकारी तैनात किए जायेंगे। माइक्रो ऑब्जर्वर सीधे निर्वाचन प्रेक्षक को अपनी रिपोर्ट देंगे। डाकमत पत्र की टेबल पर दो गणना सहायक, एक गणना पर्यवेक्षक, एक एआरओ व एक माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात रहेंगे। मास्टर ट्रेनर ओझा ने जानकारी दी कि हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में पाँच मतदान केन्द्र के वीवीपैट की पर्चियों की गिनती अनिवार्यत: की जायेगी। यदि ईवीएम और वीवीपैट के मतों में अंतर सामने आता है तो वीवीपैट की पर्चियों की गणना सही मानी जाएगी। इसी तरह यदि ईवीएम (कंट्रोल यूनिट) पर डिस्प्ले दिखाई नहीं देता है तो उस ईवीएम के वीवीपैट की पर्चियों की गिनती होगी। यदि किसी मतदान केन्द्र पर मॉक पोल के बाद ईव्हीएम में दर्ज वोटों को क्लीयर न कर वास्तविक मतदान प्रारंभ कर दिया होगा तो ऐसी ईव्हीएम के वीवीपैट की पर्चियों की गणना होगी। लेकिन इस प्रकार के मतदान केन्द्र की वीवीपैट की पर्चियों की गणना तभी की जाएगी जब जीत-हार का अंतर मतदान केन्द्र में डाले गए मतों से कम होगा।
प्रशिक्षण के दौरान मतगणना अधिकारियों को सचेत किया गया कि पूरी सावधानी के साथ ईवीएम में दर्ज मतों की गिनती करें, जिससे गणना के दौरान कोई चूक न हो। राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर ने बताया कि हर गणना चक्र में दो ईवीएम की जाँच मतगणना प्रेक्षक करेंगे। यदि जाँच में अंतर सामने आया तो उस टेबल के गणना स्टाफ को हटा दिया जायेगा। साथ ही स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई भी की जायेगी। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि प्रत्याशियों के काउंटिंग एजेंट (गणना अभिकर्ता) की पूरी संतुष्टि के साथ गणना की जाएगी। इस बार काउंटिंग एजेंट भी इस आशय के प्रमाणीकरण पर दस्तखत करेंगे कि उसी ईव्हीएम की गिनती हो रही है, जो मतदान केन्द में मतदान दिवस को उपयोग में लाई गई थी। प्रशिक्षण के दौरान अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू अरुण कुमार, उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार जैन एवं सभी विधानसभा क्षेत्रों के एआरओ भी मौजूद रहे।