सतना: दंगाईयों ने उत्पात मचाने के साथ-साथ ही पत्थरबाजी भी शुरु कर दी. जिन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस को वाटर कैनन, आंसू गैस के गोले और लाठी चार्ज का इस्तेमाल करना पड़ा. आपात स्थिति से निबटने के दौरान की जाने वाली कार्रवाई का परीक्षण और क्षमता का आंकलन करने के लिहाज से मंगलवार को पुलिस लाइन मैदान में बला ड्रिल आयोजित की गई.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवेश सिंह बघेल ने जानकारी देते हुए बताया कि आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए सतना पुलिस ने अपनी तैयारियों का आंकलन करने के उद्देश्य से मंगलवार को पुलिस लाइन परेड ग्राउंड में बलवा ड्रिल आयोजित किया गया. जिसमें 140 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी सम्मिलित हुए. बलवा ड्रिल के दौरान कुछ पुलिसकर्मी दंगाई की भूमिका में सामने आए और उन्होंने उत्पात मचाते हुए पत्थरबाजी शुरु कर दी.
जिन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस की वाटर कैनन पार्टी, अश्रु गैस पार्टी और लाठी पार्टी द्वारा प्रभावी कार्रवाई की गई. इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा उपस्थित पुलिस बल को आपातकालीन परिस्थतियों से निबटने के लिए मार्गदर्शन दिया. इसी कड़ी में यह निर्देश भी दिए गए कि किसी भी छोटी अथवा बड़ी घटना की जानकारी मिलने पर तत्काल मौके पर पहुंचकर वैधानिक और निष्पक्ष कार्रवाई की जाए.
शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना पुलिस का प्रमुख उद्देश्य होता है व इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए. पुलिस की कार्रवाई ऐसी होनी चाहिए जिससे आम जन में सुरक्षा का भाव और असामाजिक तत्वों में पुलिस का भ्रय होना चाहिए. इसी कड़ी में नगर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र प्रताप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आपात स्थिति से निबटने के लिए की जाने वाली कार्रवाई का परीक्षण और क्षमता का आंकलन करने के उद्देश्य से समय समय पर बलवा ड्रिल आयोजित की जाती है. इसी कड़ी में आगामाी त्योहारों के मद्देनजर एक बार फिर से मॉक ड्रिल किया गया.
