
(जितेन्द्र पुरोहित) देवास/नेमावर । 16दिवसीय श्रद्धा पक्ष का रविवार को सभी सनातनियों ने यथाशक्ति पिंड तर्पण कर पितृ के निमित्त अन्न, वस्त्र, पका भोजन आदि का दान कर पितरों के मोक्ष की कामना की ।इस सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या के पूर्व शनिवार दोपहर के पश्चात भारी बरसात ने भक्तो एवं मेले में दुकान ले कर आए व्यापारियों का मनोबल तोड़ दिया था परंतु शाम होते होते मेले की पुनः रंगत जम गई और हजारों लोग नर्मदा नाभि तीर्थ पर शनिवार की रात्रि में पहुंचने आरंभ हो गए थे जो लोग पहुंचे उन्होंने अपने पित्रों की मोक्ष कामना के लिए रात्रि जागरण कर मां को दीपदान किया तथा अकाल मृत्यु के ग्रास बनने वाले पितरों के लिए मां नर्मदा की पवित्र भूमि में हवन कर सद्गति प्रदान करने की मंगल कामना की ।इस दो दिवसीय मेले में प्रदेश के साथ महाराष्ट्र,राजस्थान ,गुजरात से भी कई भक्त यहां परशुराम की इस तापों भूमि में जहां परशुराम महाराज ने अपने माता पिता के निमित्त इस पवित्र भूमि में गोनी नर्मदा के पवित्र संगम तट पर पिंड दान किया था उक्त भूमि में वे पिंड आज भी नर्मदा गोनी संगम स्थल पर पाषाण रूप में मौजूद है परंतु अभी वर्तमान में वहां नर्मदा पर बन रहे बैराज डेम के निर्माण चलने के तहत जल मग्न हुए है फिर भी उन्हें प्रत्यक्ष मान लोग उक्त भूमि में तर्पण कार्य के लिए आते है जो गया के तुल्य मोक्षदायी मानी जाती है ।इस अवसर पर नर्मदा नाभि तीर्थ स्थल नेमावर में शासन प्रशासन द्वारा हर वर्ष भरने वाले इस दो दिवसीय मेले की व्यवस्था हेतु सुव्यवस्थित तरीके से व्यवस्थाएं आने वाले आम तीर्थ यात्रियों के लिए की गई । जिसके तहत घाटों पर प्रकाश व्यवस्था ,नर्मदा के स्नान वाले सिद्धनाथ घाट ,नागर घाट , नवीन क्षीर सागर घाट, पर महिलाओं के लिए वस्त्र बदलने के लिए अस्थाई चेंजिंग रूम की व्यवस्था ,स्नान वाले स्थानों पर पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा गार्ड की नावों पर तैनाती , आदि के साथ स्थानीय नगर परिषद द्वारा घाटों की तत्काल सफाई की जाना , बस पार्किंग स्थल की व्यवस्थाएं आदि समुचित सुरक्षा व्यवस्था के साथ की गई ।इस व्यवस्था को बनाने की लिए पुलिस प्रशासन के करीब 15 टी आई, करीब 250की संख्या में पुलिस बल की तैनाती ,डी एस पी रैंक के अधिकारी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ,राजस्व विभाग ,पी डब्ल्यू डी ,विद्युत विभाग सहित सभी महकमो के अधिकारी कर्मचारी व्यवस्थाएं संभालने के लिए जुटे रहे ।मेला सभी के विभागों के अधिकारियों ,कर्मचारियों के सहयोग से शांति पूर्ण रूप से संपन्न हुआ । नगर परिषद अध्यक्ष कृष्ण गोपाल अग्रवाल सीएमओ आनंदी लाल वर्मा थाना प्रभारी सुनीता कटारे ने सभी विभागों का सहयोग के लिए आभार माना ।
क्षेत्रीय विधायक आशीष शर्मा के सानिध्य में प्रति अमावस पर्व पर आयोजित होने वाले भोजन भंडारा प्रसादी मां नर्मदा के तट पर दी गई जिसमें हजारों भक्तो ने मां का भोजन भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया इस भंडारे के लिए दो दिन पूर्व से सेवा भावी भक्तो द्वारा भोजन बनाए जाने की व्यवस्थाएं आरंभ कर दी जाती है अमावस्या की पूर्व रात्रि में पूरी सब्जी आदि बनाने का कार्य आरंभ कर दिया जाता है व अमावस की प्रातः 8बजे मां को कड़ाई प्रसादी का भोग अर्पण कर भक्तो को भोजन प्रसादी का वितरण प्रारंभ कर दिया जाता है जो मध्यान काल तक अनवरत चलता रहता है ।
मध्य प्रदेश शासन द्वारा पवित्र मां नर्मदा के 5 के एम क्षेत्र में शराब बंदी की घोषणा की गई है परंतु इसके ठीक उल्टे इस सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या के मेले में शराब के नशे में मदहोश शराबियों को जहां तहां नशे में डूबे पड़े दिखाई देना सामान्य बात नजर आ रही थी इस संबंध में मेले के लिए आयोजित मीटिंग में भी नशा बंदी पर सख्त कार्यवाही की जाने की बात का मुद्दा रखा गया था । परंतु मेले में इस निर्णय की बखिया उधड़ी नजर आई ।
नर्मदा के पुराने ब्रिज का कार्य काछवा गति से चलने के चलते कई नर्मदा भक्तो को इस बार नर्मदा के दक्षिण तट हंडिया में ही स्नान को बाध्य होना पड़ा जिसकी वजह से व्यापारियों के व्यापार धंधे में गहरा अंतर आया । बताया जाता है कि नर्मदा के उत्तर तट पर किए स्नान का पुण्य फल की बड़ी महत्ता होती है परंतु जो लोग हरदा जिले के ग्रामीण अंचल से हर अमावस्या पर्व पर पांव पैदल चल कर स्नान हेतु आते थे उन्हें इस बार नए पुल से नेमावर सिद्धनाथ घाट तक आने के लिए करीब 5से6किलो मीटर का अधिक सफर तय करना पड़ता है इस वजह के चलते उन्हें हंडिया घाट पर ही स्नान लेना पड़ा ।
नर्मदा के पुराने ब्रिज पर दोनों तरफ लगी रही बैरिकेट तथा गिट्टी रेत के पड़े रहने से पुल से आवागमन बंद रहा ।
