चेन्नई 19 सितंबर (वार्ता) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शुक्रवार को चेन्नई स्थित गांधी मंडपम कैंपस में स्वतंत्रता सेनानी रानी वेलु नाचियार की प्रतिमा का अनावरण किया। उल्लेखनीय है कि सुश्री नाचियार अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा संभालने वाली पहली महिला स्वतंत्रता सेनानी थीं।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में स्वतंत्रता सेनानी के गौरवशाली जीवन यात्रा के बारे में बताया गया है कि जब अंग्रेजों ने 1772 में शिवगंगा राज्य पर हमला किया तो उनके पिता वीरता और साहस से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। उसके बाद सुश्री वेलु नाचियार ने मैसूर के शासकों हैदर अली एवं टीपू सुल्तान और डिंडीगुल के शासक गोपाल नायकर के साथ मिलकर अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और 1780 में शिवगंगा सीमाई क्षेत्र को फिर से जीत लिया। वहां उन्होंने 16 सालों तक शासन किया। सुश्री नाचियार का 25 दिसंबर 1796 में निधन हो गया था।
तमिलनाडु के सूचना एवं प्रचार मंत्री एमपी सामीनाथन ने तमिलनाडु विधानसभा में अनुदानों की मांग के समय घोषणा की थी कि स्वतंत्रता सेनानी वेलु नाचियार के योगदान को सम्मान देने के लिए और आने वाली पीढ़ियों को उनकी महानता के बारे में बताने के लिए प्रतिमा स्थापित की जाएगी। उल्लेखनीय है कि सूचना एवं प्रचार विभाग द्वारा 50 लाख रुपये की लागत से इस प्रतिमा को स्थापित किया गया है।
