
सारनी।नगर पालिका क्षेत्र में काले मुंह के लंगूर और लाल मुंह के बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। नगर पालिका के वर्षों से किए जा रहे ताल-मटोल प्रयास अब तक असफल साबित हुए हैं। बंदरों के झुंड घरों की छतों पर उछल-कूद कर कई मकानों की सीमेंट और टिन सीटें तोड़ चुके हैं। बिजली के तारों को भी नुकसान पहुँचा है, जिससे नागरिकों की जान पर खतरा बना हुआ है।
लोगों का कहना है कि खाने-पीने की चीजें न मिलने पर बंदर आक्रामक होकर घरों में घुसकर नुकसान पहुँचाते हैं। नगर पालिका द्वारा अब तक केवल 40–50 बंदरों को पकड़कर जंगल में छोड़ा गया, लेकिन वे फिर लौट आते हैं। लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद समस्या जस की तस है।
नगरवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि ठोस कदम नहीं उठाए गए तो किसी बड़े हादसे की जिम्मेदारी नगर पालिका परिषद सारनी पर ही होगी।
