नयी दिल्ली, 11 सितंबर (वार्ता) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने देश में डेंगू और मलेरिया की वर्तमान स्थिति को लेकर राज्यों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की।
श्री नड्डा ने बुधवार को समीक्षा के दौरान, देशभर में डेंगू और मलेरिया की रोकथाम एवं नियंत्रण की वर्तमान स्थिति और प्रमुख चुनौतियों का जायजा लिया। उन्होंने राज्यों, स्थानीय निकायों और समुदायों से जन स्वास्थ्य की रक्षा और वेक्टर जनित रोगों से बचाव के लिए नियंत्रण उपायों को और तेज करने की अपील की।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों को एक परामर्श भी जारी किया, जिसमें उनसे आगामी महीनों में सतर्क रहने और डेंगू तथा मलेरिया पर प्रभावी नियंत्रण के लिए निवारक उपायों के साथ-साथ सामुदायिक जागरूकता गतिविधियों को तेज करने का आग्रह किया गया।
श्री नड्डा ने वेक्टर जनित रोगों के विरुद्ध तत्काल और समन्वित कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों को व्यक्तिगत रूप से स्थिति की समीक्षा करने और 20 दिनों के अंदर कार्य योजनाएं तैयार करने की सलाह दी। नगर निगमों, पंचायतों और स्थानीय निकायों को सामुदायिक जागरूकता अभियान तेज़ करने को कहा गया।
श्री नड्डा ने इसके अलावा मच्छर जनित बीमारियों से पीड़ितों के उपचार के लिए केंद्र सरकार के अधीन अस्पतालों सहित सभी अस्पतालों को पर्याप्त दवाओं, निदान सुविधाओं, बिस्तर और मच्छर-मुक्त परिसर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने हाल ही में हुई बारिश के कारण जल जमाव के कारण मच्छरों के प्रजनन स्थल बनने के मद्देनजर, राज्यों और स्थानीय निकायों को निवारक उपाय बढ़ाने के निर्देश दिए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत ने मलेरिया से निपटने में उल्लेखनीय प्रगति की है। देश ने 2015 से 2024 के बीच मलेरिया के मामलों में 78 प्रतिशत से अधिक और मलेरिया से संबंधित मौतों में लगभग 78 प्रतिशत की कमी हासिल की है। वर्ष 2022-24 के बीच 160 जिलों में मलेरिया का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।
बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
