नयी दिल्ली, 11 सितंबर (वार्ता) दिल्ली के परिवहन मंत्री डॉक्टर पंकज कुमार सिंह ने कहा कि आईआईटी दिल्ली की तकनीकी सहायता से रूट रेशनलाइजेशन के बाद यहां ट्रांस-यमुना क्षेत्र में 18 नए बस रूट की पहचान की गई है।
डॉक्टर पंकज ने आज कहा कि आईआईटी दिल्ली की तकनीकी सहायता से रूट रेशनलाइजेशन के बाद ट्रांस-यमुना क्षेत्र में 18 नए बस रूट की पहचान की गई है। रूट रेशनलाइजेशन का मुख्य उद्देश्य दिल्ली के अंतिम छोर तक डीटीसी बसों की कनेक्टिविटी बढ़ाकर उन क्षेत्र को सार्वजनिक परिवहन से जोड़ने के साथ यात्री फ्रेंडली बनाकर जाम की समस्या कम करने के साथ मेट्रो स्टेशनों और प्रमुख औद्योगिक केंद्रों के साथ लास्ट-माइल कनेक्टिविटी को और सशक्त करना है। रूट रेशनलाइजेशन के जरिए हजार से अधिक स्टॉप को जोड़ने के साथ ज्यादातर उन इलाकों तक बसों की कनेक्टिविटी बढ़ाने का प्रयास किया गया है, जहां पहले बस सेवा की पहुंच नहीं थी।
उन्होंने कहा कि पहले से वंचित रहे इलाकों तक बस सेवा पहुंचने से दिल्लीवासियों को राहत मिल सकेगी। करीब एक हजार से अधिक स्टॉप को कवर करते हुए राजधानी दिल्ली के नागरिकों के लिए समावेशी और सुलभ सार्वजनिक परिवहन की सेवा सुनिश्चित करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। इस योजना के अंतर्गत दिल्ली परिवहन निगम के तीन प्रमुख बस डिपो– ईस्ट विनोद नगर डिपो, शास्त्री पार्क डिपो और गाज़ीपुर बस डिपो से कई नए रूट की पहचान की है।
उन्होंने कहा कि सभी मार्गों को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है ताकि यह लास्ट-माइल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के साथ ही अधिक से अधिक लोगों को सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था से जोड़ सकें जिससे सड़कों पर लगने वाले ट्रैफिक जाम को भी कम किया जा सके। साथ ही न्यू मंडोली, पटपड़गंज और ताहिरपुर जैसे औद्योगिक केंद्रों को सीधी बस कनेक्टिविटी प्रदान करने का प्रयास किया गया है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ग्रीन दिल्ली और क्लीन दिल्ली के संकल्प को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। डीटीसी को पर्यावरण के अनुकूल जिम्मेदार इकाई बनाने के साथ ही सहज मोबिलिटी पर फोकस करने के लिए बीते छह महीनों में ही डीटीसी के बेड़े में 3,800 नई इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया गया है। इससे दिल्ली के लगभग 40 लाख बस यात्रियों को फायदा मिल रहा है।
ट्रांस-यमुना क्षेत्र में 18 नए बस रूट की हुई पहचान : पंकज
