भोपाल:मध्यप्रदेश सरकार की मौजूदगी अब दिल्ली में और मजबूत होने जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लुटियंस दिल्ली के अशोक रोड स्थित 14 नंबर कोठी में नए बाशिंदे होंगे। केंद्र सरकार से आवंटित इस कोठी में वे 28 अगस्त को गृहप्रवेश करेंगे। खास बात यह है कि यह वही बंगला है जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी करीब 35 साल तक रहीं।
सूत्रों के अनुसार, पिछले कई दिनों से कोठी को मुख्यमंत्री की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है। हाल ही में दिल्ली प्रवास के दौरान डॉ. यादव ने यहां जाकर तैयारियों का जायजा भी लिया था। गृहप्रवेश के बाद वे मप्र भवन में ठहरने की बजाय यहीं रहेंगे। इस कोठी में उनका दफ्तर और स्टाफ की व्यवस्था भी कर दी गई है।जानकारों का कहना है कि मध्यप्रदेश सरकार ने इस टाइप-8 श्रेणी की कोठी के लिए पहले से आवंटित दो बंगले सरेंडर किए हैं।
दरअसल, दिल्ली में हर राज्य सरकार को सीमित संख्या में बंगले और क्वार्टर मिलते हैं, जबकि विधायकों और अधिकारियों के प्रवास के लिए भवन अलग से उपलब्ध होते हैं।फिलहाल, मप्र सरकार के पास दिल्ली में दो बड़े भवन हैं। इनमें चाणक्यपुरी स्थित नया मप्र भवन और एयरपोर्ट के पास मध्यांचल भवन शामिल हैं। अब मुख्यमंत्री का स्थायी ठिकाना भी दिल्ली में तैयार हो गया है। जहां वह दिल्ली में रुक कर सरकार भी चला सकेंगे।
