इंदौर: स्वच्छता अभियान के तहत कई कार्य किए जाते हैं. कॉलोनी, बस्ती सहित शहर का हर क्षेत्र स्वच्छ रहे इसके प्रयास किए जाते हैं. लेकिन फिर भी लोगों में जागरूकता का अभाव है. इस कारण शहर पुरानी स्थिति में जाते दिखाई दे रहा है.बैक लाइन में ढेर सारा कचरा निकलने के मामले शहर भर के हर क्षेत्र में देखा गए हैं. पाटनीपुरा, परदेशीपुरा, गौरी नगर, सुदामा नगर, खजराना के साथ ही चंदन नगर में भी ऐसा ही एक मामला आया है.
यह क्षेत्र वार्ड क्रमांक दो में आता है. छोटे-बड़े रोड और सैकड़ों बैकलाइनें, घनी बस्ती होने के कारण यहां पर स्वच्छता का कार्य करना टेढ़ी खीर हैं. आम क्षेत्र के जैसा यहां पर भी हाल है. लोग बेक लाइन में इतना कचरा फेंक देते हैं कि महीने भर में ही डंपर भर के कचरा निकाला जाता है. जहां नगर निगम के साथ क्षेत्र पार्षद बेहतर काम कर रहे हैं वही क्षेत्रवासी लापरवाही करते हैं.
जो लोग स्वच्छता पसंद करते हैं उन्हें कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है. मच्छर, मक्खियों की ताकत बढ़ती है और इससे कई तरह की क्षेत्र में बीमारी फैलाती हैं. हालांकि चंदननगर क्षेत्र में जागरूक अभियान भी चलाया जाता है. इसमें चालानी कार्रवाई से बचने के लिए भी समझाइश दी जाती है. लेकिन लगता है कि एक बार फिर नगर निगम को कमर कस के शहर भर में उतरना पड़ेगा.
इनका कहना है
जब तक सख्ती नहीं करो लोगों को समझ ही नहीं पड़ता. स्वच्छता हमारी जिम्मेदारी है और इसे फर्ज़ के साथ निभाना चाहिए. हमें जागरूकता अभियान की जरूरत ही नहीं पड़नी चाहिए.
– मुदस्सिर गौरी
पार्षद आपका घर का कचरा नहीं उठाएगी. यह तो आपकी लापरवाही है जो आप सुविधा मिलने के बावजूद कचरा बैकलाइन में डाल रहे हैं. यह तो सरासर गलत है, बेवकूफी है.
– आफताब अहमद
स्वच्छता में प्रयास किया और पूरे देशभर में शहर का नाम हुआ. हमें अपने क्षेत्र में प्रयास कर अपने क्षेत्र को ऊंचे पायदान पर लाना चाहिए. पाकी आधा ईमान होता है.
– मोहम्मद इरफान
लोगों को करते हैं जागरूक
एनजीओ के माध्यम से हम लोगों को जागरुक कर गंदगी से होने वाली बीमारियों से भी अवगत कराते हैं. इसके बाद अभियान को और तेज कर देंगे. हुआ तो हम सख्ती से चलानी करवाई भी करेंगे.
– फातिमा खान पार्षद
