चेन्नई, 21 मई (वार्ता) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आगाह किया कि वह वोटों की खातिर प्रदेश के लोगों और तमिलों को बदनाम करना बंद करें।
श्री स्टालिन ने यहां एक बयान में ओडिशा में एक चुनावी बैठक के दौरान तमिलनाडु के लोगों के खिलाफ श्री मोदी की अपमानजनक टिप्पणियों और उन्हें ‘चोर, बेईमान और नफरत फैलाने वाले’ करार देने पर आपत्ति जताई और कहा कि ऐसे बयान देश के लोगों के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं।
उन्होंने कहा,“वोट की खातिर श्री मोदी को मेरे लोगों को बदनाम करना बंद करना चाहिए।” उन्होंने कहा,“श्री मोदी ने झूठ का पुलिंदा फैलाया है कि दक्षिणी तमिलनाडु के नेताओं ने उत्तर प्रदेश के लोगों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की है। यह काल्पनिक और झूठ के पुलिंदे के अलावा कुछ नहीं है। वह चुनाव हारने के डर से ऐसी भड़काऊ टिप्पणी कर रहे थे।” उन्होंने दावा किया,“विपक्ष के नेतृत्व वाला इंडिया समूह चुनाव में जीत की ओर बढ़ रहा है।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को अपनी सरकार की उपलब्धियों और पार्टी की विचारधारा को उजागर करके और राजनीतिक मर्यादा का उल्लंघन किए बिना अपने चुनाव प्रचार के दौरान विपक्ष के खिलाफ रचनात्मक आलोचना करके एक आदर्श बनना चाहिए इसके बजाय श्री मोदी अपने नफरत भरे भाषणों के जरिए राज्यों और उनके लोगों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा दे रहे थे, यह देश के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
श्री मोदी पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ओडिशा की चुनावी सभा में कहा था कि प्रसिद्ध पुरी जगन्नाथ मंदिर के खजाने की गायब चाबियां तमिलनाडु में हैं।
श्री स्टालिन ने तमिलनाडु के लोगों का अपमान करने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि श्री मोदी की टिप्पणी न केवल भगवान पुरी जगन्नाथ का अपमान है बल्कि यह तमिलनाडु के लोगों को अपमानित और आहत भी करती है, जो ओडिशा के लोगों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध, प्रेम और स्नेह साझा करते हैं।
उन्होंने कहा,“क्या प्रधानमंत्री तमिलनाडु के लोगों को ‘चोर’ करार दे सकते हैं और उन पर पुरी के भगवान जगन्नाथ के खजाने से चोरी करने का आरोप लगा सकते हैं।”
उन्होंने यह भी जानना चाहा कि क्या तमिलनाडु के लोगों को बेईमान कहना प्रदेश का अपमान नहीं है। प्रधानमंत्री तमिलों के प्रति इतनी नफरत क्यों रखते हैं।
श्री स्टालिन ने कहा कि लोग उनके दोहरे मानदंडों को समझेंगे। उन्होंने श्री मोदी से वोटों के लिए तमिलनाडु और तमिलों को बदनाम करना बंद करने का आग्रह किया।