शाजापुर:कालापीपल और शुजालपुर में अवैध कॉलोनियों को लेकर प्रशासन की कार्रवाई सवालों के घेरे में है। जहां छोटे कॉलोनाइजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, वहीं बड़े और रसूखदार भूमाफियाओं को अब तक बख्शा गया है। जिन कॉलोनियों में केवल एक या दो प्लॉट बिके, वहां एफआईआर हो गई, जबकि 400 से अधिक प्लॉट बेचने वालों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
कालापीपल थाने में बीती रात 15 अवैध कॉलोनाइजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इन सभी ने मिलकर करीब 105 प्लॉट बेचे थे। वहीं जिनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, उन्होंने लगभग 462 प्लॉट बेचे हैं। इनमें दिलीप सिंह, तेजसिंह, शैलेष, वंदना शिवपुरिया, राजेंद्र, माखनसिंह, गंगाबाई, अनामिका जैन, हेमराज, गजराज और दिनेश जैसे नाम शामिल हैं।
इस कार्रवाई में जनपद अध्यक्ष भोजराज पंवार के परिजन भी आ गए हैं, जबकि नगर परिषद अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल के परिजनों को बख्श दिया गया है। दोनों ने समान जवाब दिए थे, लेकिन फर्क सिर्फ इतना था कि अग्रवाल परिवार ने कॉलोनी 2016 के पहले काटी थी।
इनका कहना है
नगर परिषद पानखेड़ी सीएमओ से प्रतिवेदन प्राप्त हुआ था, जिस पर एफआईआर दर्ज की गई है. और प्रतिवेदन जैसे ही प्राप्त होंगे, आगामी कार्यवाही की जाएगी.
निमेष देशमुख, एसडीओपी, शुजालपुर
