शिवपुरी: जिले के बैराड़ थाना क्षेत्र में एक युवक को कथित तौर पर गलत तरीके से सजा देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में युवक के सिर पर जूता रखवाकर उससे माफी मंगवाई गई, जिससे जिले भर में आक्रोश फैल गया है।यह शर्मनाक घटना बैराड़ थाने के सामने की बताई जा रही है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि न तो पुलिस कुछ बोल रही है और न ही प्रत्यक्षदर्शी। वायरल वीडियो में वैश्य समाज के युवक सार्थक गुप्ता को सार्वजनिक रूप से अपमानित करते हुए दिखाया गया, जहां उसे कुलदीप रावत और उसके भाई छोटू रावत का जूता सिर पर रखकर माफी मांगनी पड़ी।
जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले बैराड़ निवासी व्यवसायी मनीष गुप्ता के बेटे सार्थक और पूर्व में जिलाबदर रह चुके सुल्तान रावत के बेटे कुलदीप के बीच तालाब पर किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। बाद में सार्थक और उसके दोस्तों ने कुलदीप से मारपीट कर दी थी। हालांकि कुलदीप ने तब कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कराई थी, लेकिन दोनों पक्षों में तनाव जारी रहा
मामला इतना बढ़ गया कि पूर्व विधायक और राज्य मंत्री सुरेश राठखेड़ा, भाजपा मंडल महामंत्री पवन गुप्ता सहित कई नेताओं को हस्तक्षेप करना पड़ा। इनकी मौजूदगी में विवाद निपटाने के लिए एक पंचायत हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि सार्थक को कुलदीप और छोटू के जूते अपने सिर पर रखकर माफी मांगनी होगी।
सार्थक ने कैमरे के सामने वही किया, और अब यह वीडियो वायरल हो चुका है। हालांकि सार्थक ने मीडिया से बात करने से इनकार करते हुए सिर्फ इतना कहा कि वह विवाद खत्म होने से संतुष्ट है।
पूर्व मंत्री सुरेश राठखेड़ा का कहना है कि उन्होंने केवल समझौता करवाया था, लेकिन जूता रखने की घटना उनके सामने नहीं हुई। वहीं, बैराड़ टीआई रविशंकर कौशल ने ऐसी किसी घटना से इनकार किया है। कुलदीप के भाई छोटू ने इसे पारिवारिक मामला बताते हुए कहा वायरल वीडियो पूरी तरह से सही नहीं है इसके साथ छेड़छाड़ की गई है।फिलहाल, पूरे मामले ने तूल पकड़ लिया है और वैश्य समाज के लोग इस अपमानजनक कृत्य से बेहद नाराज हैं।
