नयी दिल्ली, (वार्ता) देश में हवाई यात्रियों की संख्या मासिक आधार पर लगातार तीसरे महीने घटती हुई इस साल जून में 136.04 लाख पर आ गयी जो अक्टूबर 2024 के बाद का निचला स्तर है।
देश में मार्च 2025 में हवाई यात्रियों की संख्या 145.42 लाख रही थी। इसके बाद उम्मीद थी कि गर्मी की छुट्टियों में यह पहली बार 150 लाख के आंकड़े को पार जायेगी, लेकिन अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला, मई में ऑपरेशन सिंदूर तथा उससे संबंधित प्रतिबंधों और जून में एयर इंडिया विमान हादसे से हवाई सफर करने वालों की संख्या लगातार घटती रही।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने गुरुवार को जून के घरेलू एयरलाइंस के ट्रैफिक के आंकड़े जारी किये। इसमें बताया गया है कि जुन में हवाई यात्रियों की संख्या पिछले साल जून की तुलना में 3.02 प्रतिशत बढ़कर 136.04 लाख रही। इससे पहले मई में 140.56 लाख और अप्रैल में 143.16 लाख लोगों ने हवाई सफर किये थे।
इस साल जनवरी से जून तक हवाई यात्रियों की संख्या 7.34 प्रतिशत बढ़कर 851.74 लाख पर रही। साल 2024 के पहले छह महीने में यह 793.48 लाख थी।
जून में देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी 64.5 प्रतिशत रही। एयर इंडिया समूह की बाजार हिस्सेदारी 27.1 प्रतिशत और आकासा एयर की 5.3 प्रतिशत रही।
पैसेंजर लोड फैक्टर (पीएलएफ) यानी भरी हुई सीटों के प्रतिशत के मामले में 91.4 प्रतिशत के साथ आकासा एयर शीर्ष पर रही। इंडिगो 85.4 प्रतिशत के साथ दूसरे और 85.2 प्रतिशत से साथ स्पाइस जेट की तीसरा स्थान रहा। एयर इंडिया समूह का पीएलएफ 981.5 प्रतिशत रहा।
