इंदौर: महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में आज से दो दिवसीय रोबोटिक सर्जरी कार्यशाला का शुभारंभ होने जा रहा है. यह प्रदेश का पहला सरकारी मेडिकल कॉलेज है, जहां इस उन्नत तकनीक पर केंद्रित कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है.कार्यशाला एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया इंदौर चैप्टर के सहयोग से आयोजित की जा रही है, जिसमें इंदौर और आसपास के क्षेत्रों से लगभग 50 से 60 सर्जन भाग लेंगे.
इस दौरान प्रतिभागियों को करीब 15 से 20 करोड़ रुपए की लागत वाले सीएमआर कंपनी के रोबोट सिस्टम की मदद से सर्जिकल तकनीकों की हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग दी जाएगी. मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घंघोरिया ने बताया कि कार्यशाला में रोबोटिक सामान्य सर्जरी, जिसे मिनिमल इनवेसिव रोबोट-असिस्टेड सर्जरी भी कहा जाता है, की विस्तृत जानकारी दी जाएगी. इस तकनीक में सर्जन ऑपरेशन थिएटर के कंसोल से रोबोटिक आर्म्स को नियंत्रित करता है, जिससे जटिल सर्जरी भी अत्यधिक सटीकता और नियंत्रण के साथ की जा सकती है.
कार्यशाला में यूरोलॉजी, स्त्री रोग, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक सर्जरी जैसी विभिन्न शाखाओं में रोबोटिक सर्जरी के उपयोग, फायदे और संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला जाएगा. बताया गया कि इस तकनीक से मरीजों को कम चीरफाड़, कम रक्तस्राव, तेज रिकवरी, संक्रमण का कम जोखिम और सर्जरी के बाद न्यूनतम निशान जैसी सुविधाएं मिलती हैं.
कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में जस्टिस विजय कुमार शुक्ला मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे, वहीं डॉ. राजकुमार माथुर विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे. कार्यशाला में तकनीकी सत्रों के साथ-साथ व्याख्यान और लाइव डेमो का भी आयोजन किया जाएगा. मेडिकल क्षेत्र में तकनीकी नवाचारों की दिशा में यह आयोजन एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है, जो आने वाले समय में सरकारी संस्थानों में अत्याधुनिक सर्जरी तकनीकों के बढ़ते दायरे का संकेत देता है
