भोपाल: 15 अगस्त से डायल 100 सेवा मप्र में पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी और उसकी जगह अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त डायल 112 सेवा शुरू की जाएगी। डायल 112 सेवा के अंतर्गत प्रदेश भर में 1200 नई बोलेरो नियो गाड़ियां तैनात की जाएंगी, जो जीपीएस, वायरलेस, डिजिटल नेविगेशन और लाइव लोकेशन ट्रैकिंग जैसी आधुनिक तकनीकों से लैस होंगी। अब किसी भी इमरजेंसी कॉल पर शिकायतकर्ता की सटीक लोकेशन तुरंत ट्रैक की जा सकेगी और सहायता तेजी से पहुंचेगी।
डायल 100 सेवा की शुरुआत वर्ष 2015 में की गई थी, जिसे पांच साल के लिए शुरू किया गया था। हालांकि, कोविड महामारी, टेंडर प्रक्रियाओं में देरी और अन्य प्रशासनिक कारणों से यह सेवा दस वर्षों तक जारी रही। अब यह जिम्मेदारी बीवीजी कंपनी से हटाकर जीवीके कंपनी को सौंपी गई है, जो पहले से एम्बुलेंस सेवाओं के संचालन में अनुभवी है।
नई डायल 112 सेवा के शुरू होने से रिस्पॉन्स टाइम और भी कम होगा और सेवा की गुणवत्ता में सुधार होगा। हरियाणा और राजस्थान में पहले से सफलतापूर्वक संचालित इस मॉडल को मध्यप्रदेश में लागू किया जा रहा है।डायल 112 सेवा को और प्रभावी बनाने के लिए नया सेंट्रल कॉल सेंटर भी तैयार किया जा रहा है, जो पूरे प्रदेश के जिलों को जोड़ेगा।
