अस्ताना, 06 जुलाई (वार्ता) दो बार की युवा विश्व चैंपियन साक्षी ने रविवार को यहां महिलाओं के 54 किग्रा वर्ग के फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए विश्व मुक्केबाजी कप – अस्ताना, कजाकिस्तान 2025 में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया।
24 वर्षीय साक्षी ने यूएसए की योसलाइन पेरेज के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया और जजों से सर्वसम्मति से फैसला प्राप्त किया।
यहां विश्व मुक्केबाजी कप में भारतीय दल का प्रदर्शन शानदार रहा और उसने कुल 11 पदक पक्के कर लिए हैं। भारत ने ब्राजील में पहले चरण में एक स्वर्ण और एक रजत सहित छह पदक जीते थे।
रविवार को पहले सत्र में चार भारतीय मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया और साक्षी ही थीं जो गति और पंचों के संयोजन के साथ शानदार प्रदर्शन करते हुए पोडियम पर शीर्ष पर रहीं।
इससे पहले मीनाक्षी ने 48 किग्रा के फाइनल में स्थानीय पसंदीदा नाज़िम काइजेबे के खिलाफ़ जीत के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन 3:2 के फैसले से हार गईं।
जुगनू (पुरुष 85 किग्रा) और पूजा रानी (महिला 80 किग्रा) भी अपने-अपने फाइनल में हारने के बाद रजत पदक के साथ घर लौटेंगे।
जुगनू कजाकिस्तान के बेकजाद नूरदौलेटोव के खिलाफ़ 0:5 से हार गईं, जबकि पूजा ऑस्ट्रेलिया की एसेटा फ्लिंट के खिलाफ समान स्कोर लाइन से हार गईं।
शाम के सत्र में चार और भारतीय स्वर्ण पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे, जिसमें ब्राजील लेग के स्वर्ण पदक विजेता हितेश गुलिया (पुरुष 70 किग्रा) अभिनाश जामवाल (पुरुष 65 किग्रा), जैस्मीन (महिला 57 किग्रा) और नूपुर (महिला 85+ किग्रा) उतरेंगे।