नयी दिल्ली, 05 जुलाई (वार्ता) अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौता (बीटीए) वार्ताओं को लेकर तरह-तरह की अटकलों के बीच वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि व्यापार के क्षेत्र में आज भारत को अपनी ताकत पर भरोसा है और सरकार किसी भी देश से बाचतीच अपनी ताकत के दम पर करती है तथा राष्ट्र हित को सबसे ऊपर रखती है।
श्री गोयल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “ आज भारत अपनी ताकत के दम पर बातचीत कर रहा है। हमें खुद पर भरोसा है, हम दुनिया में किसी से भी मुकाबला कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि आज का भारत कांग्रेस और यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) के दौर का कमजोर भारत नहीं है, “ जो बातचीत करके ऐसे समझौते करता था, जो हमारे राष्ट्रीय हितों के अनुकूल नहीं थे। ”
उन्होंने इस पोस्ट के साथ शेयर किये गये वीडियो में कहा कि भारत इस समय 27 यूरोपीय देशों के साझा बाजार यूरोपीय संघ (ईयू) और अमेरिका जैसे विकसित बाजारों के साथ साथ ओमान, पेरू, चिली दुनिया के विकसित देशों के साथ व्यापार समझौते के लिए बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी ताकत के दम पर बातचीत कर रहा
है। ”
अमेरिका के साथ समझौते के लिए नौ जुलाई की समय सीमा के बारे में उन्होंने कहा, “ भारत किसी समय सीमा के दबाव में बात नहीं करता। भारत अपने राष्ट्रीय हित की बात करता है। भारत के लिए अपने राष्ट्रीय हित सर्वोपरि हैं। उन्हाेंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत पूरी दुनिया में जो कुछ कर रहा है, वह राष्ट्र हित को केंद्र में रख कर कर रहा है।
उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद से भारत ने कई देशों के साथ बातचीत कर मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) किये हैं। भारत ने इस दौरान मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), आस्ट्रेलिया चार यूरोपीय देशों (स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और लिखटेंस्टाइन) की सदस्यता वाले यूरोपीय मुक्त व्यापार क्षेत्र (ईएफटीए) के साथ व्यापार समझौते किये हैं।
इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को पत्रकारों से बात में कहा कि अमेरिका 12 देशों को आयात शुल्क लगाने के बारे में पत्र सात जुलाई को जारी करेगा। उन्होंने इन देशों के नाम नहीं बताये और कहा कि जानकारी सात जुलाई को दी जायेगी। अटकले हैं कि इन देशों में भारत भी हो सकता है।
श्री ट्रम्प ने न्यू जर्सी जाते समय ‘एयर फोर्स वन’ विमान में ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने 12 देशों को भेजे जाने वाले पत्रों पर हस्ताक्षर किये हैं, जिनमें अमेरिका को निर्यात किये जाने वाले उनके सामानों पर लगाये जाने वाले आयात शुल्क की विभिन्न दरों की व्यवस्था दी गयी हैं। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव सोमवार (सात जुलाई, 2025) को भेजे जायेंगे। इन देशों के सामने इन्हें ‘इसे स्वीकार करें या छोड़ दें ’ का विकल्प होगा ।
उल्लेखनीय है कि श्री ट्रम्प ने अप्रैल में 10 प्रतिशत की मूल दर के प्रशुल्क के साथ अधिकांश देशों के सामानों पर अतिरिक्त जवाबी आयात शुल्क लगाने की घोषणा की थी। इनमें से अधिकतर देशों के खिलाफ शुल्क 50 प्रतिशत तक प्रस्तावित हैं।
हालांकि, उसके बाद उन्होंने 10 प्रतिशत की मूल दर को छोड़कर जवाबी शुल्क का क्रियान्वयन 90 दिनों के लिए निलम्बित कर दिया गया, ताकि संबंधित देश इस दौरान अमेरिका के साथ बातचीत कर एक समहमति पर आधारित कोई शुल्क व्यवस्था तय कर लें। यह अवधि नौ जुलाई को समाप्त हो रही है। श्री ट्रम्प ने हालांकि शुक्रवार को कहा कि ये शुल्क 70 प्रतिशत तक भी जा सकते हैं, और इनमें से अधिकांश शुल्क पहली अगस्त से लागू किये जा सकते हैं।