नयी दिल्ली, 23 जून (वार्ता) चिली की सरकारी स्वामित्व वाली तांबा खनन कंपनी कोडेल्को (कॉर्पोरेशन नेशनल डेल कोबरे) के विशेषज्ञों की एक टीम हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल) के साथ सहयोग की संभावनाओं का पता लगाने के लिए तीन सप्ताह के लिए भारत में है।
यह यात्रा दोनों कंपनियों के बीच इस साल हुए सहयोग समझौते के तहत हो रही है।
सोमवार को जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार एचसीएल के अधिकारियों ने इस दल का सोमवार को सुबह राजधानी में स्वागत किया। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य ज्ञान साझा करना और मूल्य संवर्धन के अवसरों का पता लगाना है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि चिली की इस टीम में तांबा उद्योग के विशेषज्ञ हैं। भारत में अपनी तरह के इस पहले मिशन में यह टीम एचसीएल की खनन और परिचालन प्रक्रिया के सभी पहलुओं का आकलन करने के लिए कंपनी की सभी इकाइयों और कार्यालयों का दौरा करेगी।
कोडेल्को के प्रतिनिधिमंडल में एंजेलो जियोवानी ग्यूसेप एगुइलर कैटलानो ( भूविज्ञान विशेषज्ञ एवं अन्वेषण), जोस रामोम अबाटे पेरेज़ (नवाचार एवं प्रौद्योगिकी),कार्लोस एबेलार्डो विल्चेस डोनोसो (टेलिंग प्रबंधन),जॉर्ज लुइस एस्पिंडोला लांडा ( जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग) और सर्जियो जोनाथन पिचोट हेरिकेज़ ( जियोमेटालर्जी) शामिल हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट की मौजूदगी में पहली अप्रैल को एचसीएल और कोडेल्को के बीच आदान-प्रदान किए गए ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) के बाद यह पहल की गई है। एमओयू का उद्देश्य अन्वेषण, खनन और खनिज लाभकारीकरण के साथ-साथ कर्मचारी प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण को सुविधाजनक बनाने के लिए ज्ञान और सर्वोत्तम विधियों को साझा करना है। एमओयू पर एचसीएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजीव कुमार सिंह और कोडेल्को के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रूबेन अल्वाराडो विगर ने हस्ताक्षर किए थे।

