सतना : सिंगरौली बैढऩ में असिसटेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात नवविवाहिता का शव सतना के शुक्ला बरदाडीह क्षेत्र में स्थित ससुराल में फंदे पर लटकता पाया गया. इस मामले में मृतका के पिता द्वारा थाने में फरियाद करते हुए न्याय की मांग की जा रही है. जिसे देखते हुए पुलिस द्वारा सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए विवेचना शुरु कर दी गई है.
जिले के जसो थाना क्षेत्र अंतर्गत अमकुई गांव के निवासी अतुल्य सिंह परिहार शहर की मंदाकिनी विहार कालोनी में रहते हैं. अतुल्य द्वारा कोलगवां थाने में इस बात की शिकायत की गई है कि उनकी बड़ी बेटी डॉ. स्नेहिल सिंह पति अभिषेक बघेल उम्र 33 वर्ष सिंगरौली बैढऩ में असिसटेंट प्रोफेसर के पद पर पदस्थ थी. अतुल्य की माताजी का देहांत 22 मई को हो गया था. जिसके चलते उनकी बेटी डॉ. स्नेहिल, दामाद अभिषेक उर्फ वरुण और नाती के साथ उनके घर आई थी. बेटी स्नेहिल और नाती को उनके घर में छोडऩे के बाद दामाद अभिषेक अपने घर शुक्ला बरदाडीह चले गए थे.
इसी दौरान 25 मई की रात डॉ. स्नेहिल ने पिता अतुल्य को बताया कि ससुराल से बार बार फोन आ रहा है, आप मुझे वहां छोड़वा दीजिए. यह सुनकर रात के साढ़े 11 बजे अतुल्य ने अपने बेटे अभ्युदय के साथ बेटी डॉ. स्नेहिल को शुक्ला बरदाडही स्थित ससुराल भेज दिया. लेकिन अगले दिन सुबह अतुल्य के समधी उमेश सिंह ने फोन करते हुए यह जानकारी दी कि डॉ. स्नेहिल कमरे का दरवाजा नहीं खोल रहीं है लिहाजा जल्दी आ जाइए.
चूंकि उस समय घर में रिश्तेदार बैठे हुए थे लिहाजा स्वयं न जाकर अतुल्य ने अपने बेटे अभ्युदय और छोटी बेटी स्वपन को भेज दिया. कुछ देर बाद बेटे अभ्युदय ने पिता अतुल्य को फोन कर बताया कि दरवाजा खोला तो बहन डॉ. स्नेहिल पंखे से फांसी के फंदे पर झूल रही थी. जिसे उतार कर बेड पर लिटाया गया तो उसकी मृत्यु हो चुकी थी.नाक और मुंह से खून बह रहा था. अतुल्य की शिकायत पर पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज करते हुए जांच शुरु कर दी गई है. नवविवहिता की मौत का मामला होने के कारण जांच डीसएपी स्तर पर की जाएगी.
