
वियना 11 अप्रैल (वार्ता) केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को यहां ऑस्ट्रिया के चांसलर क्रिस्टियन स्ट्रोकर के साथ ही आर्थिक मामलों, ऊर्जा और पर्यटन मंत्री वोल्फगैंग हैटमैन्सडॉर्फर के साथ अलग अलग बैठकें की, जिसमें ऑस्ट्रिया ने भारत के साथ यूरोपीय संघ के मुक्त व्यापार समझौते का समर्थन किया।
श्रीमती सीतारमण के साथ बैठक के बाद श्री स्ट्रोकर ने एक्स पर कहा कि भारतीय वित्त मंत्री के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई। ऑस्ट्रिया और भारत के बीच दीर्घकालिक और भरोसेमंद साझेदारी है, जो घनिष्ठ राजनयिक संबंधों और मजबूत आर्थिक जुड़ाव पर आधारित है। गतिशील बाजार अर्थव्यवस्था वाले दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में, भारत एक विकसित वैश्विक व्यवस्था में एक केंद्रीय भागीदार है। घनिष्ठ संबंध यूरोप और ऑस्ट्रिया के लिए महत्वपूर्ण हित हैं। उन्होंने कहा, “हम एक दूरदर्शी दृष्टिकोण के साथ अपने रणनीतिक, नवाचार-संचालित और टिकाऊ सहयोग को और गहरा करने और विस्तारित करने की दिशा में काम करना जारी रखेंगे। आपका स्वागत करना और इस तरह के सार्थक संवाद में शामिल होना सम्मान की बात थी। उन्होंने दोनों देशों के बीच साझेदारी को और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।”
श्रीमती सीतारमण के साथ गोलमेज सम्मेलन के बाद श्री हैटमैन्सडॉर्फर ने एक्स पर कहा, “ सक्रिय विदेशी व्यापार ऑस्ट्रिया की समृद्धि के लिए एक प्रमुख मुद्दा है। भारत एशिया में हमारा तीसरा सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है। हम अशांत समय में विविधीकरण और सहयोग पर ध्यान केंद्रित करते हैं। हमने मिलकर तीन प्रमुख कदमों पर सहमति व्यक्त की है। ऑस्ट्रिया ने भारत के साथ यूरोपीय संघ के मुक्त व्यापार समझौते का समर्थन किया। हम व्यापार बाधाओं को कम करने के लिए एक आयोग बनाने पर सहमत हुये हैं। हम विशेष रूप से कुशल श्रमिकों और नवाचार के क्षेत्र में सहयोग का विस्तार कर रहे हैं।”
वित्त मंत्रालय ने एक्स पर कहा कि श्रीमती सीतारमण ने मंत्रियों के साथ गोलमेज सम्मेलन में ऑस्ट्रियाई संघीय आर्थिक चैंबर की उपाध्यक्ष एमिली ग्रॉस और ऑस्ट्रियाई उद्योग महासंघ के अध्यक्ष जॉर्ज निल भी शामिल हुए। व्यापार गोलमेज सम्मेलन में ऑस्ट्रिया की प्रमुख व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनका भारत के साथ गहरा और पुराना संबंध है।
श्रीमती सीतारमण ने अपने उद्घाटन भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऑस्ट्रिया की सफल यात्रा का उल्लेख किया, जिसने द्विपक्षीय साझेदारी को नई गति दी और व्यापार समुदाय के माध्यम से इस संबंध को और मजबूत करने की मंशा व्यक्त की।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने गोलमेज सम्मेलन में प्रतिभागियों की टिप्पणियों और सुझावों पर भी ध्यान दिया और उनसे इस बारे में विचार मांगे कि भारत और ऑस्ट्रिया के बीच गहन और स्थायी निवेश सहयोग को बढ़ावा देने के लिए और क्या किया जा सकता है।
श्री हैटमैन्सडॉर्फर ने जुलाई 2024 में श्री मोदी की सफल यात्रा का उल्लेख करते हुए कि ऑस्ट्रिया और भारत साझा मूल्यों और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों वाले स्वाभाविक सहयोगी हैं। उन्होंने व्यापार और निवेश समुदाय की गहरी रुचि और ऑटोमोटिव, परिवहन बुनियादी ढांचे, ऊर्जा, स्मार्ट शहरों के क्षेत्रों में बढ़ी हुई भागीदारी की अपेक्षाओं को रेखांकित किया। ऑस्ट्रियाई मंत्री ने भारत के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और डिजिटल कॉमर्स के लिए ओपन नेटवर्क ओएनडीसी जैसे प्लेटफार्मों के अद्वितीय डिजाइन और पहुंच की भी सराहना की।
वहीं, केंद्रीय वित्त मंत्री ने भारत सरकार द्वारा किए जा रहे सुधारों के प्रमुख पहलुओं को साझा किया। उन्होंने भारत और ऑस्ट्रिया के स्टार्टअप इकोसिस्टम के बीच गहन सहभागिता के प्रस्ताव का स्वागत किया और सेमीकंडक्टर, नवीकरणीय ऊर्जा, तथा हरित प्रौद्योगिकी, हरित हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में निवेश के अवसरों का उल्लेख किया।
श्रीमती सीतारमण ने ऑस्ट्रिया की यूरोपीय मामलों और अंतर्राष्ट्रीयकरण मंत्री बीट मेनल-रीसिंगर से भी मुलाकात की। मंत्रियों ने भारत-ऑस्ट्रिया द्विपक्षीय संबंधों में हाल के घटनाक्रमों पर चर्चा की और भारत-ऑस्ट्रिया तथा भारत-यूरोपीय संघ के बीच गहरे संबंधों के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने स्टार्टअप, फिनटेक, नवाचार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, बुनियादी ढांचे, हरित प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण अनुकूल शहरी प्रबंधन समाधान जैसे क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने के रास्ते तलाशे। मंत्रियों ने आपसी हितों के वैश्विक विकास पर भी चर्चा की।