भोपाल। शहर को भिखारी मुक्त बनाने के लिए प्रशासन द्वारा 8 टीमों का गठन किया जा रहा है, प्रशासन द्वारा बनाई जा रही टीमों में पुलिस की भी भागीदारी होगी। राजधानी में पारित हुए आदेश के तहत पुरे शहर से ट्रैफिक लाइट और मंदिरों के बाहर बैठने वाले सभी भिखारियों को भिक्षु गृह में आसरा दिया जाना चाहिए था पर अभी भी कई ऐसे क्षेत्र है जहाँ भिखारियों को देख जा रहा है.उनकी सुरक्षा की धृष्टि से भोपाल कलेक्टर ने यह आदेश निकाला था. गठन होने वाली टीम में एक महिला और एक पुरुष पुलिसकर्मी भी शामिल होंगे। जब टीम फील्ड में किसी भिखारी को पकड़ेगी तो उसे कोलार स्थित भिक्षुगृह पहुंचाने के लिए डायल 100 वाहन का उपयोग होगा। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने इसके लिए पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा है।
मालूम हो कि फरवरी में जब प्रशासन की टीम कार्रवाई करने पहुंची थी तो उसे भिखारियों के विरोध का सामना करना पड़ा था। इसको ध्यान में रखते हुए अब यह व्यवस्था की जा रही है। सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त संचालक, आरके सिंह के मुताबिक जिन विभागों के कर्मचारियों सम्मिलित कर टीम बनानी है, उनमें से अधिकांश की सूची आ गई है। जल्द टीम बनाई जाएगी।