भोपाल, 09 अप्रैल (वार्ता) मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने आज कहा कि “णमोकार महामंत्र” जैन धर्म का सबसे पावन और शक्तिशाली मंत्र है, जो विनम्रता, अहिंसा, भाईचारे और आत्मशुद्धि का संदेश देता है।
श्री शुक्ल ने विश्व णमोकार महामंत्र दिवस पर यहां रवींद्र भवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर समाधिस्थ आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के शिष्य मुनि श्री प्रमाण सागर महाराज ससंघ विराजमान थे। श्री शुक्ल ने “गुणायतन प्रणेता” मुनि श्री प्रमाण सागर और अन्य मुनियों के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद लिया। राज्य के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग और अनेक जनप्रतिनिधि भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
श्री शुक्ल ने अपने संबोधन में कहा कि णमोकार मंत्र न केवल मानसिक शांति और आंतरिक संतुलन का माध्यम है, बल्कि विश्व में सद्भाव और शांति की स्थापना का प्रभावी सूत्र भी है। इस दौरान उपस्थित सभी श्रद्धालुओं और अनुयायियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन वर्चुअली (वीडियो कांफ्रेंसिंग) तरीके से श्रवण किया। श्री मोदी नई दिल्ली के विज्ञान भवन में “णमोकार महामंत्र दिवस” कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस अवसर पर अपने संबोधन में मुनिश्री प्रमाण सागर महाराज ने वर्तमान वैश्विक परिप्रेक्ष्य में णमोकार महामंत्र की प्रासंगिकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि जब विश्व आतंक, हिंसा और युद्ध के भयावह दौर से गुजर रहा है, तब णमोकार महामंत्र शांति, सह-अस्तित्व और आत्मबोध की ओर मार्गदर्शन करता है। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर का “जन्म नहीं, निर्माण होता है”। उन्होंने श्रद्धालुओं को समझाते हुए कहा कि जब कोई व्यक्ति अपनी आत्मा को पहचानने के लिए तप करता है, तब वह “महावीर” बनता है।
मुनि श्री प्रमाण सागर महाराज ने कहा कि सच्चा वंदन केवल बाह्य अर्चना नहीं, बल्कि अपने अस्तित्व के प्रति जागरुकता है। जब हम अपने अंदर के महावीर को पहचानते हैं और उसका वंदन करते हैं, तभी हम सम्पूर्ण विश्व का वंदन कर रहे होते हैं। णमोकार मंत्र की आराधना सम्पूर्ण विश्व की शांति के लिए है। उन्होंने कहा कि धर्म का आश्रय, अर्थात् सत्य, तप, अनुशासन और धैर्य को जीवन में अपनाना आवश्यक है। धर्म को अपने स्वभाव और प्रवृत्ति में लाने से ही समाज और राष्ट्र का कल्याण संभव है। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री जयंत मलैया, भोपाल नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, जैन संत और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
