मामला नये आरटीओ से जुड़े मार्ग का
इंदौर: आज शहर विकास की राह पर है लेकिन कई जगह राजनैतिक वर्चस्व के चलते कार्य रूक जाता है या दिशाहीन हो जाता है, जिसके कारण आम जनता को कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ती है.कुछ इसी तरह से न्यू आरटीओ मार्ग से जुड़ा एक मामला समाने आया है. पूर्व में आरटीओ लालबाग के पीछे हुआ करता था. यातायात के दबाव एवं जगह की कमी को देखते हुए आरटीओ कार्यलयत को नायता मुंडला में शिफ्ट कर दिया गया. इसके अलावा नया बस स्टैंड भी इसी क्षेत्र में बनाया गया है जिस कारण इस मार्ग पर यातायात का भार पिछले कुछ वर्षों से ज़्याद बढ़ चुका है.
आए दिन जाम और भारी वाहनों की आवक-जावक से क्षेत्रवासी और आमजन परेशान होते आ रहे है. इस मार्ग का चौड़ीकरण करने के लिए पिछले कई वर्षों से प्रयास किए जा रहे थे लेकिन लेकिन राजनैतिक कारण और वोट बैंक के चलते सड़क चौड़ीकरण नहीं किया गया. पिछले पार्षद चुनाव में क्षेत्र में कॉग्रेस पार्षद चुना गया. नये पार्षद द्वारा इस मार्ग को चौड़ी करण करने के लिए फाईल भी पास करवा ली गई लेकिन विधायक और राजनैतिक दबाव से फिर से यह कार्य को रोक दिया गया और सड़क चौड़ीकरण प्रोजेक्ट बंद हो गया. यहां पूरा मार्ग जर्जर हालत में था ताबड़तोड़ में इसका पेंच वर्क करवा दिया गया. अब यहां मार्ग अपना नया रूप नहीं ले पाएगा. यहां पर उठने वाली समस्या सदैव ही बनी रहेगी जिससे आम जन जूझते रहेगा.
इनका कहना है
पहले बात अलग थी. जब से आरटीओ और नया बस स्टैंड आया है तब से इस मार्ग पर वाहनों की संख्या बढ़ गई है. मकान नहीं तोड़ना चाहते हो तो कही ओर से फोर लेन मार्ग बनाना चाहिए.
– रवि बड़ोदिया
सड़क चौड़ी करने के लिए सैकड़ों भवन तोड़ दिए लेकिन जहां विपक्ष दिखाई देता है वहां वोट बैंक राजनीति होती है फिर चाहे वहां विकास ठप हो या लोगों को असुविधाएं उठानी पड़े. किसी को फर्क नहीं पड़ता.
– भरत चौहान
सभी लोग उठा रहे परेशानी
सड़क चौड़ीकरण की रूकी फाईल के लिए मैंने लेटर लिखा लेकिन विधायक द्वारा मेरे लेटर को हटवाकर खुद के लेटर हेड पर विकास कार्य की बात कही गई. फिर बाद में सड़क को सौ फीट चौड़ी करने के बजाए चौबीस फीट ही रहने पर सहमति दी और तबड़-तोड़ पूरे मार्ग का पेचवर्क कर दिया गया. इस मार्ग से जुड़े सभी लोग अब परेशानी उठा रहे है.
– कुणाल सोलंकी, पार्षद वार्ड क्रमांक 75