नीमच। इन दिनों मौसम में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव से सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। जिला अस्पताल में रोज 650 से 839 तक मरीज आ रहे हैं। इनमें करीब 30 से 40 फीसदी सर्दी-खांसी व बुखार के पहुंच रहे हैं। इन्हें स्वस्थ होने में 2-3 सप्ताह से भी अधिक का समय लग रहा है। जानकार दबी आवाज में इन्फ्लूएंजा वायरस की बात स्वीकार कर रहे लेकिन हकीकत तो यह है कि वायरस की जांच जिले में हो ही नहीं रही। इसकी वजह से रिकॉर्ड में इस वायरस से पीडि़त एक भी मरीज नहीं आया। विशेषज्ञों के अनुसार ठंड से गर्मी जब आती है तो फ्लू का संक्रमण तेज होता है। इसी वजह से मरीज अधिक आ रहे हैं। अभी सावधानी रखने की जरूरत है।
रात में हल्की ठंडक व दिन में तेज गर्मी से भी मानव शरीर इस बदलाव को एडजस्ट नहीं कर पा रहा है। यही कारण है कि पलू का खतरा तेज हो गया है। जिला अस्पताल की ओपीडी में सामान्य दिनों में 250 से 300 मरीज पहुंचते हैं लेकिन अभी ओपीडी में 650 से 839 तक मरीज रोज आ रहे हैं। चिकित्सकों के अनुसार इनमें 30 से 40 फीसदी मरीज सर्दी-खांसी व बुखार के पहुंच रहे जिनमें पलू के लक्षण हैं। डॉक्टरों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि अभी इन्फ्लूएंजा वायरस चल रहा है लेकिन इसकी जांच की सुविधा जिले में कहीं नहीं होने अधिकृत रूप से कोई नहीं कहेगा। इस वायरस की वजह से सर्दी-खांसी जैसी सामान्य बीमारी को भी ठीक होने में दो से तीन सप्ताह का समय लग रहा है।
सांस के साथ यह बीमारियां अधिक फैलती हैं
डॉ. चेतन शर्मा ने बताया कि इस समय इन्फ्लूएंजा वायसर, चिकन गुनिया, स्वाइन फ्लू, चिकन पॉक्स जैसी फ्लू वाली बीमारियां अधिक फैलती। सांस के साथ यह बीमारियां अधिक फैलती हैं। घर में एक को सर्दी ठीक होती है तब तक वह संक्रमण दूसरे को फैल जाता है यही कारण है कि संर्दी-खांसी के मरीज भी अधिक आ रहे।
पानी ज्यादा पीएं, खट्टे फल का उपयोग अधिक करें
असिस्टेंट प्रोफेसर, जनरल मेडिसिन डॉ. भानुप्रताप अहिरवार ने बताया कि वे रोज 100 के आसपास मरीजों को देख रहे हैं। इसमें करीब 30 फीसदी मरीज सर्दी-खांसी व बुखार के आ रहे। इन्फ्लूएंजा के लिए पीसीआर जांच होती है लेकिन ऐसा कोई सीवियर केस नहीं आया है। अहिरवार ने बताया कि बीमारियों से बचने व इम्युनिटी बढ़ाने के लिए पानी बहुत ज्यादा पीएं, खट्टे फल का उपयोग अधिक करें जिससे इम्युनिटी बढ़ेगी। योगा मेडिटेशन, हरी सब्जियां का उपयोग अधिक करें।