सदन में ललितपुर-सिंगरौली रेल परियोजना में जमीन के बदले नौकरी देने की मांग रखते हुये सीधी सांसद डॉ.राजेश मिश्रा ने युवा किसानों की मांग पर गंभीरता से विचार करने प्रश्न रखा।
सीधी सांसद के सदन में नौकरी का मुद्दा उठाने के बाद इस परियोजना से प्रभावित हजारों युवा किसानों में फिर उम्मीद जगी है कि केन्द्र सरकार द्वारा उनकी पुरानी मांग पर गंभीरता से विचार कर निर्णय लेगी। चर्चा के दौरान नवीन रेल परियोजना से प्रभावित कई युवा किसानों ने कहा कि जमीन के बदले नौकरी की मांग को लेकर उनका आंदोलन सालों से चल रहा है। सैकड़ों बार ज्ञापन प्रदर्शन किया गया। मांग को लेकर महीनों आंदोलन एवं धरना प्रदर्शन किया गया। उनकी मांग पर जिम्मेदारों द्वारा आश्वासन तो दिया जाता है लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हो सका है।
नौकरी के लिये भटक रहे हजारों युवा किसान
ललितपुर-सिंगरौली नवीन रेल परियोजना में भूमि अधिग्रहित होने के बाद आरंभ में हजारों युवा किसानों को नौकरी दी गयी। बाद में आवेदन जमा होने के बाद भी किसानों को नौकरी देने पर केन्द्र सरकार द्वारा अचानक रोक लगा दी गयी। करीब 6 वर्ष से परियोजना से प्रभावित करीब 10 हजार युवा नौकरी पाने के लिये सालों से भटक रहे हैं। रीवा-सिंगरौली खण्ड के रेल लाईन भू-अर्जन में जिनकी भूमि फंसी है उनको नौकरी न मिलने से प्रभावित लोग सालों से भटक रहे हैं। सीधी सांसद डॉ.राजेश मिश्रा द्वारा इस गंभीर मुद्दे को फिर से सदन में उठाने से फिर आस जगी है।
रंजीत सिंह बघेल, किसान बडख़रा 739
रेल लाईन में भूमि अधिग्रहित होने के बाद हजारों लोगों को नौकरी नहीं दी जा रही है। पूर्व में भूमि के बदले रेलवे की नौकरी कुछ लोगों को मिली थी। बाद में नौकरी देना बंद कर दिया गया। हजारों लोग अपना आवेदन जमा करके नौकरी के लिये भटक रहे हैं। प्रभावित लोगों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
अभिषेक मिश्रा, मधुरी कोठार
रीवा-सिंगरौली नवीन रेल लाईन में भूमि अधिग्रहित होने के बाद किसानों को उम्मीद थी कि जमीन जाने के बाद कम से कम एक नौकरी मिल जायेगी, जिससे परिवार का भरण-पोषण आसानी से होगा। किन्तु केन्द्र सरकार द्वारा मनमानी तौर पर बीच में ही नौकरी देना बंद कर दिया गया, जिसके चलते हजारों लोग नौकरी को लेकर भटक रहे हैं।
पंकज कुमार मिश्रा, मझियार, रामपुर नैकिन
रीवा-सिंगरौली नवीन रेल परियोजना में रेल लाईन का कार्य चल रहा है। अभी परियोजना पूर्ण नहीं हुई और केन्द्र सरकार द्वारा मनमानी तौर पर इस परियोजना के लिये भूमि देने वाले किसानों को नौकरी देना बंद कर दिया गया। जिसके चलते हजारों प्रभावितों को नौकरी मिलने में ही संशय खड़ा हो गया है।
अमरीत सिंह, रघुनाथपुर
रीवा-सिंगरौली नवीन रेल परियोजना में भूमि देने वाले हजारों प्रभावितों द्वारा नौकरी के लिये आवेदन जमा कराया गया है लेकिन उस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया। सीधी सांसद की पहल से फिर उम्मीदें जगी हैं।
अच्छेलाल विश्वकर्मा, रघुनाथपुर