बाणगंगा थाने के बाहर एक व्यक्ति की तबीयत बिगड़ने के बाद उसकी मौत हो गई. इस पर कांग्रेसियों ने पुलिस की लापरवाही को लेकर हंगामा किया. मामला विधायक गोलू शुक्ला के घर के पास का है और घटना दोपहर की बताई जा रही है. बाणगंगा पुलिस ने बताया कि धर्मेंद्र नामदेव अपनी पत्नी रानी, बेटी प्रियंका और जमाई हरिओम नामदेव के साथ बाणगंगा थाने पहुंचे थे. वे अपने जमाई हरिओम और उसके साथियों के खिलाफ शिकायत लेकर आए थे.
बाद में दूसरे पक्ष से भी हरिओम थाने पहुंचा, जहां पुलिस ने दोनों पक्षों को एक घंटे तक बैठा कर रखा. इसी दौरान धर्मेंद्र की तबीयत बिगड़ी और उन्हें सीने में दर्द होने लगा. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें अस्पताल भेजने की बजाय बाहर भेज दिया. परिवार के सदस्य धर्मेंद्र को लेकर सीधे नंदानगर स्थित ईएसआईसी के तीन मंजिला अस्पताल लेकर गए, लेकिन कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई.इस बीच, पुलिस ने फरियादी रानी की शिकायत पर जमाई हरिओम और उसके साथियों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया. दूसरी ओर, प्रियंका की सास उमा की शिकायत पर भी मारपीट का प्रकरण दर्ज किया गया है