नयी दिल्ली 15 मार्च (वार्ता) एक नयी रिपोर्ट से पता चलता है कि कन्वेंशनलिस्ट (94प्रतिशत) और जेन एक्स (78प्रतिशत) के लिए काम का बहुत महत्व है, जबकि मिलेनियल्स (61प्रतिशत) और जेन ज़ी (39प्रतिशत) अपनी नौकरी से परे अपने उद्देश्य को प्राथमिकता देते हैं।
इसमें कहा गया है कि यह पीढ़ीगत बदलाव कार्यस्थल से बदलती अपेक्षाओं को रेखांकित करता है, जिसमें युवा कर्मचारी मायने, लचीलापन और व्यक्तिगत मूल्यों के साथ एकरूपता चाहते हैं। 49 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि कार्यस्थल समावेशी हैं। पीढ़ी जितनी पुरानी होती जाती है, समावेश की भावना उतनी ही बेहतर होती जाती है (जेन-एक्सः 66प्रतिशत, कन्वेंशनलिस्टः 58प्रतिशत, मिलेनियलः 45प्रतिशत, और जेन-ज़ीः 27प्रतिशत)। जेन-एक्स (86प्रतिशत) और कन्वेंशनलिस्ट (63प्रतिशत) का मानना है कि पीढ़ियों के बीच टीमवर्क असरकारी है। मिलेनियल (51प्रतिशत) और जेन-ज़ी (39प्रतिशत) इतने आशावादी नहीं हैं
जीआई ग्रुप होल्डिंग की ताज़ा रिपोर्ट, द मल्टीजेनेरेशनल एजः शेपिंग टुमॉरोज़ वर्कप्लेस, बदलती कार्यस्थल संस्कृति के बारे में दिलचस्प जानकारियों का खुलासा करती है, जिसमें बताया गया है कि कैसे विभिन्न पीढ़ियां साझेदारी के तरीकों, नेतृत्व शैलियों और कार्य वरीयताओं को नया रूप दे रही हैं। इस रिपोर्ट के निष्कर्ष कंपनियों के लिए कार्यस्थल रणनीतियों को प्रत्येक पीढ़ी की अलग-अलग ज़रूरतों के अनुसार ढालने की आवश्यकता पर जोर देते हैं – जेन ज़ी की आजादी की तलाश से लेकर स्ट्रक्चर के लिए कन्वेंशनलिस्ट की प्राथमिकता तक – क्योंकि कंपनियां तेज़ी से बदलते टैलेंट लैंडस्केप को नेविगेट करती हैं।
रिपोर्ट में यह भी पाया गया है कि 80प्रतिशत जेन ज़ी और 72प्रतिशत मिलेनियल्स हाइब्रिड वर्क मॉडल को पसंद करते हैं, जबकि 61प्रतिशत जेन ज़ी और 53प्रतिशत मिलेनियल्स को अगर विकल्प दिया जाए तो वे पूरी तरह से रिमोट वर्क का विकल्प चुनेंगे। इसके अतिरिक्त, 52प्रतिशत जेन ज़ी कॉम्प्रेस्ड वर्क वीक की ओर आकर्षित होते हैं, जो लंबे घंटों की तुलना में दक्षता को प्राथमिकता देते हैं, और 47प्रतिशत जेन ज़ी और 65प्रतिशत मिलेनियल्स अपने शेड्यूल को मैनेज करने की आजादी चाहते हैं। ये प्राथमिकताएं सख्त ऑफिस स्ट्रक्चर से दूर जाने का संकेत देती हैं, जो संगठनों को शीर्ष प्रतिभाओं को आकर्षित करने और बनाए रखने के लिए नीतियों को अनुकूलित करने के लिए प्रेरित करती हैं।
निष्कर्षों से यह भी पता चलता है कि पीढ़ियों के बीच नेतृत्व की भागीदारी में महत्वपूर्ण असमानताएं हैं। जहां 54प्रतिशत जेन एक्स और 50प्रतिशत कन्वेंशनलिस्ट सीनियर लीडरों के साथ सीधे जुड़ने में सहज महसूस करते हैं, वहीं मिलेनियल्स के लिए यह घटकर सिर्फ 27प्रतिशत और जेन ज़ी के लिए 14प्रतिशत रह जाता है। नेतृत्व शैली की प्राथमिकताएं भी अलग-अलग होती हैं, 57प्रतिशत मिलेनियल्स और 45प्रतिशत जेन ज़ी भागीदारीपूर्ण लीडरशिप को तरजीह देते हैं, जबकि 44प्रतिशत कन्वेंशनलिस्ट आम सहमति से निर्णय लेने को तरजीह देते हैं। ये अंतर पीढ़ीगत अंतर को पाटने के लिए अधिक सुलभ लीडरशिप और खुले सम्प्रेषण की आवश्यकता को उजागर करते हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि केवल 31प्रतिशत कर्मचारी ही पेशेवर व निजी जीवन की स्पष्ट सीमाएं स्थापित करते हैं, जबकि मिलेनियल्स (47प्रतिशत) इस संतुलन को सबसे बेहतर तरीके से संभालते करते हैं। इसके विपरीत, जेन ज़ी (25प्रतिशत) और जेन एक्स (16प्रतिशत) इस मामले में सबसे अधिक संघर्ष करते हैं, इससे पेशेवर और व्यक्तिगत प्रतिबद्धताओं को संभालने में पीढ़ीगत अंतर जाहिर होता है।
कार्यस्थल की प्राथमिकताओं के मामले में भी पीढ़ीगत प्राथमिकताएं अलग-अलग होती हैं, खास तौर पर मान्यता और पुरस्कार के मामले में। 66प्रतिशत कर्मचारी उन्हें महत्व देते हैं, पुरानी पीढ़ी मान्यता को कड़ी मेहनत की पुष्टि के रूप में देखती है (जेन एक्स के 85प्रतिशत, कन्वेंशनलिस्ट के 77प्रतिशत), जबकि मिलेनियल्स और जेन ज़ी के केवल 52प्रतिशत लोग इसे प्राथमिकता देते हैं, वे स्वाभाविक प्रतिफल और करियर विकास को पसंद करते हैं। कन्वेंशनलिस्ट और जेन एक्स नौकरी की स्थिरता और उद्देश्य-संचालित काम पर भी जोर देते हैं, जबकि युवा पीढ़ी कार्य-जीवन संतुलन (जेन ज़़ी के 70प्रतिशत, मिलेनियल्स के 67प्रतिशत), निरंतर सीखने और सकारात्मक कार्यस्थल संस्कृति को प्राथमिकता देती है।