इंदौर.सरवटे बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए लगाई गई कुल एक सौ पचास कुर्सियां है जबकि इस सरवटे बस स्टैंड पर प्रतिदिन तकरीबन चार सौ बसों का आवागमन होता है. अनुमानित एक बस में चालीस यात्री आते हैं तो सोलह हज़ार यात्री बस स्टैंड पर पहुंचते हैं. अब यहां सभी एसएस की कुर्सियां चंद सालों में ही टूटने लगी है. कई की बैठक गायब है तो किसी के पाय के जगह ईटों का सहारा दिया गया है. कई यात्री नीचे बैठे होते हैं.
इनका कहना है…
आम जनता के पैसा से चीजें तैयार होती हैं। महापौर को इसे गंभीरता से लेते हुए कड़ी कारवाई करनी होगी.
– राहुल निहोरे, समाज सेवी
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर आम जनता की आंख में धूल झोंकी जा रही है. वहां जिम्मेदार बैठे है तो इन्हें दिखाई क्यों नही दे रहा.
– सय्यद अशरफ अली
दखल देने का हमारा सीमित दायरा है. कई बार प्रबंधक को भी कहा गया. लिखित में शिकायत भी की गई. अव्यवस्थाओं का माहौप बढ़ गया है. इससे इस प्रोजेक्ट को क्षति पहुंच रही है.
– सुशील अरोरा, महासचिव- प्राईम रूट बस ऑनर ऐसो.