नयी दिल्ली 10 मार्च (वार्ता) केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि सरकार क्षेत्रीय परिवहन विमान बनाने के लिए एक विशेष प्रयोजन इकाई (एसपीवी) स्थापित करने की प्रक्रिया में है।
श्री नायडू ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारत में विमानों और इसके घटकों के निर्माण के लिए आवश्यक नीतियां मौजूद हैं। मंत्री ने आगे की रणनीति के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि सरकार ने एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया है और क्षेत्रीय परिवहन विमान के विनिर्माण के लिए एक विशेष प्रयोजन इकाई (एसपीवी) स्थापित करने की प्रक्रिया में है।
उन्होंने कहा, “हमारे पास पांच साल के लिए एक एसपीवी बनाने की योजना है, जो सभी आवश्यक हितधारकों को लाएगी। देश की मौजूदा स्थिति का अध्ययन करेगी और एक रोडमैप तैयार करेगी।”
उन्होंने विमान घटक विनिर्माण और एमआरओ (रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल) गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुये कहा कि इन पर एक समान एकीकृत माल और सेवा कर (आईजीएसटी) की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते नागरिक विमानन बाजारों में से एक है और घरेलू वाहकों ने 1,500 से अधिक विमानों के ऑर्डर दिए हैं क्योंकि वे बढ़ती हवाई यातायात मांग को पूरा करने के लिए अपने बेड़े का विस्तार कर रहे हैं।
श्री नायडू ने कहा, “हमने विमान के निर्माण की बात आने पर अपनी विचार प्रक्रिया को बदल दिया है। हम कह रहे हैं कि भारत अभी उस चरण में है जहां हम विमान का निर्माण, डिजाइन और रखरखाव कर सकते हैं।”