नवभारत से चर्चा में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु अर्पण भारद्वाज ने बताया कि राज्यपाल मंगू भाई पटेल द्वारा स्वीकृति दे दी गई है. 30 मार्च को गुड़ी पड़वा पर दीक्षांत समारोह आयोजित करने की तैयारी चल रही है, जिसमें राष्ट्रपति को भी आमंत्रित किया गया है. उज्जैन विक्रम यूनिवर्सिटी में 29 वां दीक्षांत समारोह मनाया जाएगा.
छात्र-छात्राओं को दी जाएगी उपाधि
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु अर्पण भारद्वाज ने बताया कि दीक्षांत समारोह में यूं तो कई सारे प्रकल्प तय किए गए हैं, प्रमुख तौर पर वर्ष 2023-24 के पीएचडी धारकों को उपाधि प्रदान की जाएगी. स्नातक और स्नातकोत्तर की प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे.
महर्षि पाणिनि संस्कृत विश्वविद्यालय में भी दीक्षांत समारोह
पहली बार ऐसा संयोग बना है कि एक शहर में दो विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह एक ही समय पर हो रहा है. राजभवन से दोनों कार्यक्रमों के लिए स्वीकृति भी प्राप्त हो गई है, महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ दिलीप सोनी ने बताया कि राजभवन द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय और महर्षि पाणिनि विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह के आयोजन के लिए न सिर्फ स्वीकृति मिली है बल्कि तिथि तय होने के बाद अतिथियों को आमंत्रित किया जा रहा है. यदि विक्रम विद्यालय में राष्ट्रपति शामिल होंगी तो फिर संस्कृत विश्वविद्यालय का समारोह आगे भी बढ़ाया जा सकता है. अथवा यह भी संभव है कि सिर्फ राज्यपाल की उपस्थिति में ही 31 मार्च को आयोजन संपन्न कर लिया जाए