लखनऊ 03 मार्च (वार्ता) बहुजन समाज पार्टी के नेता आकाश आनंद को राष्ट्रीय समन्यवक सहित सभी पदों से हटाये जाने के एक दिन बाद ही अनुशासनहीनता के लिए पार्टी से भी निष्काशित कर दिया गया है।
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख सुश्री मायावती ने सोमवार को खुद यह जानकारी दी।
सुश्री मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सिलसिलेवार पोस्ट में कहा कि आकाश आनंद अपनी गलतियों का पश्चताप करने और व्यवहार में परिपक्वता दिखाने के बजाय पार्टी के फैसलों पर लंबी चौड़ी प्रतिक्रिया देकर अनुशासहीनता कर रहे हैं इसलिए उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा , “ बीएसपी की आल-इण्डिया की बैठक में कल श्री आकाश आनन्द को पार्टी हित से अधिक पार्टी से निष्कासित अपने ससुर श्री अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में लगातार बने रहने के कारण नेशनल कोआर्डिनेटर सहित सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया था, जिसका उसे पश्चताप करके अपनी परिपक्वता दिखानी थी।
लेकिन इसके विपरीत श्री आकाश ने जो अपनी लम्बी-चौड़ी प्रतिक्रिया दी है वह उसके पछतावे व राजनीतिक मैच्युरिटी का नहीं बल्कि उसके ससुर के ही प्रभाव वाला ज्यादातर स्वार्थी, अहंकारी व गैर-मिशनरी है, जिससे बचने की सलाह मैं पार्टी के ऐसे सभी लोगों को देने के साथ दण्डित भी करती रही हूँ।”
उन्होंने कहा कि यह निर्णय पार्टी की अनुशासन की परंपरा के अनुसार लिया गया है। उन्होंने कहा , “ अतः परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेन्ट के हित में तथा मान्यवर श्री कांशीराम जी की अनुशासन की परम्परा को निभाते हुए श्री आकाश आनन्द को, उनके ससुर की तरह, पार्टी व मूवमेन्ट के हित, में पार्टी से निष्कासित किया जाता है।”
उल्लेखनीय है कि रविवार को पार्टी अखिल भारतीय बैठक में आकाश आनंद को सभी जिम्मेदारियों से मुक्त करने का निर्णय लिया गया था।