नयी दिल्ली, 27 फरवरी (वार्ता) बेल्जियम के राजा की प्रतिनिधि के रूप में राजकुमारी एस्ट्रिड के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण बेल्जियम आर्थिक मिशन 1 से 8 मार्च तक भारत में दिल्ली एवं मुंबई की यात्रा करेगा।
बेल्जियम के राजदूत दीदीएर वांडरहासेल्ट ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में ये जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बेल्जियम आर्थिक मिशन के प्रतिनिधिमंडल के दिल्ली (02 से 04 मार्च) और मुंबई (05 से 07 मार्च) में कार्यक्रम निर्धारित किए गये हैं।
उन्होंने कहा कि यह मिशन एक सहयोगात्मक प्रयास है और इसका आयोजन बेल्जियम की विदेश व्यापार एजेंसी, विदेश मामलों की संघीय लोक सेवा और विदेशी व्यापार के प्रभारी क्षेत्रीय संस्थानों: फ़्लैंडर्स इन्वेस्टमेंट एंड ट्रेड (एफआईटी), हब.ब्रुसेल्स और वालोनिया एक्सपोर्ट-इन्वेस्टमेंट एजेंसी (आवेक्स) द्वारा किया जा रहा है।
श्री वांडरहासेल्ट ने बताया कि बेल्जियम की संघीय सरकार का प्रतिनिधित्व विदेश मामलों, यूरोपीय मामलों और विदेश व्यापार मंत्री बर्नार्ड क्विंटिन तथा संघीय सांस्कृतिक संस्थानों द्वारा किया जाएगा तथा फ़्लैंडर्स सरकार के अर्थव्यवस्था, नवाचार और उद्योग, विदेश मामलों, डिजिटलीकरण और सुविधा प्रबंधन मंत्री मैथियास डिपेन्डेले फ़्लेमिश क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगे।
उन्होंने कहा कि मिशन में प्रमुख 83 बेल्जियम कंपनियों एवं संस्थाओं के 326 उद्योग और आधिकारिक प्रतिनिधियों का एक प्रतिनिधिमंडल शामिल होगा। इस मिशन का फोकस जिन आर्थिक क्षेत्रों पर होगा। उनमें जलवायु और नवीकरणीय ऊर्जा, स्वास्थ्य एवं जीवन विज्ञान, निर्माण एवं पारिस्थितिकी-निर्माण, परिवहन एवं रसद, अंतरिक्ष एवं रक्षा तथा स्टील एवं अन्य उद्योगों का डीकार्बोनाइजेशन यानी कार्बन न्यूनीकरण शामिल है।
उन्होंने कहा कि वालोनिया भारत के संधारणीय इस्पात उत्पादन की दिशा में आगे बढ़ने के लिए 200 वर्षों की धातुकर्म विशेषज्ञता का लाभ साझा करने के लिए प्रतिबद्ध है। यूरोपीय कार्बन कर और भारत की “ग्रीन स्टील” योजना उन्नत डीकार्बोनाइजेशन समाधानों की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती है। बेल्जियम के विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त स्टील इनोवेटर्स मजबूत तकनीक देने के लिए तत्पर हैं।
राजदूत ने कहा कि पूरे मिशन के दौरान, कई व्यावसायिक, शैक्षणिक और आधिकारिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि बेल्जियम के उत्तरी प्रांत फ्लैंडर्स के 132 भागीदार प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे। प्रांतीय सरकार की संस्था फ्लैंडर्स इन्वेस्टमेंट एंड ट्रेड चार सेमीनार आयोजित करेगी जो पानी एवं कचरा प्रबंधन, टिकाऊ निर्माण एवं शहरीकरण, हाइड्रोजन ऊर्जा निर्माण एवं यूरोप को निर्यात तथा पोर्ट आफ एंटवेर्प एवं फार्मा लॉजिस्टिक्स पर आधारित होंगे। इस दौरान वडोदरा में सिलोक्स रिसर्च एंड इनोवेशन सेंटर का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया गया जाएगा जो पुनर्चक्रण एवं कीमती धातुओं का पुनरोपयोग आदि के क्षेत्र में काम किया जाएगा।
राजदूत ने कहा कि बेल्जियम और भारत मिलकर सभी के लाभ के लिए चिकित्सा प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ा रहे हैं। खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी में बेल्जियम के नेतृत्व वाला सहयोग भी उतना ही उल्लेखनीय है।
उन्होंने कहा कि बेलगो-इंडियन नेटवर्क फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स के माध्यम से, यूनिवर्सिटी ऑफ लीज, एडवांस्ड मैकेनिकल एंड ऑप्टिकल सिस्टम जैसे संस्थानों और एरीज और इसरो सहित भारतीय अनुसंधान निकायों ने अग्रणी अनुसंधान परियोजनाओं को आगे बढ़ाया है। देवस्थल ऑप्टिकल टेलीस्कोप और इंटरनेशनल लिक्विड मिरर टेलीस्कोप जैसे लैंडमार्क इस बात का उदाहरण हैं कि कैसे भारत में बेल्जियम द्वारा निर्मित दूरबीनों ने सुपरनोवा से लेकर क्षुद्रग्रहों तक नई खगोलीय खोजों को गति दी है। यह सहयोग अगली पीढ़ी के अवलोकन उपकरणों के लिए मार्ग प्रशस्त करता है और पृथ्वी की सीमाओं से परे वैज्ञानिक अन्वेषण में बेलगो-इंडियन गठबंधन को मजबूत करेगा।
