
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख की 15वी पुण्य तिथि पर अर्पित की श्रद्धांजलि
सतना/चित्रकूट.नानाजी भारतीय राजनीति के ऐसे अजादशत्रु थे.जिनके व्यक्तित्व और कृतित्व का अनुसरण सदियों तक किया जाता रहेगा.यह बात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चित्रकूट के दीनदयाल शोध संस्थान में भारतरत्न नानजी देशमुख की 15वी पुण्य तिथि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही.कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने की .
श्री शाह ने अपने उदबोधन में कहा कि महाराष्ट्र में जन्में नानाजी ने अपना पूरा जीवन समाज जीवन की बेहतरी में लगा दिया.उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में कम शुरू करने वाले नानाजी ने जनसंघ के गठन के बाद पं दीनदयाल उपाध्याय के सहयोगी के रूप में काम करके कभी सत्ता के प्रति लगाव नही रखा और 60 बरस की उम्र पूरी होने पर राजनीति को त्याग कर दीन दयाल जी के एकात्मक मानव वाद को वास्तविक रूप से जमीन पर उतारने में लग गए. श्री शाह ने कहा कि कला, साहित्य,उद्योग और व्यवसाय सभी क्षेत्रों के बड़े लोगों से सीधा सम्पर्क रखने वाले नानाजी का सत्ता और विपक्ष में कभी कोई विरोधी नही रहा. उन्होंने जब जिससे जो मदद चाही मिलती रही.राजनीति में आने वालों का उनके व्यवहार का अनुसरण करना चाहिए.
इसके पूर्व मुख्यमंत्री डॉ यादव ने दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा किए जा रहे कामों का जिक्र करते हुए कहा कि पहले इसी चित्रकूट में जिस प्रकार के भय और आतंक का वातावरण था उससे सभी लोग परिचित हैं. इस प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में काम करके लोगों को विकास की मुख्य धारा में जोड़ना इतना आसान नही होता.पर नानाजी ने इसी परिवेश में रहकर विकसित गांव की संकल्पना को साकार करके लोगों को दिखा दिया है. मुख्यमंत्री ने पुण्यतिथि पर अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि 15 वर्ष बीत जाने के बाद भी जिस प्रकार का लगाव उनके प्रति लोगों में दिखाई देता है. उससे पूर्व की वास्तविकता का अंदाजा लगाया जा सकता है. कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी,दिलीप जयसवाल सांसद गणेश सिंह और मानस मर्मज्ञ मुरारी बापू भी उपस्थित थे.
