अहमदाबाद, 25 फरवरी (वार्ता) देश की अग्रणी अक्षय ऊर्जा कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) से 1250 मेगावाट पंप हाइड्रो स्टोरेज प्रोजेक्ट के लिए लेटर ऑफ अवार्ड प्राप्त किया है।
कंपनी ने मंगलवार को बयान जारी कर बताया कि यह परियोजना उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में स्थापित की जाएगी। इस परियोजना के अगले छह वर्षों में पूरी होने की उम्मीद है। यह अनुबंध 40 वर्षों के न्यूनतम कार्यकाल के लिए किया गया है।
कंपनी ने कहा कि भारत के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को साकार करने के लिए अक्षय ऊर्जा का ग्रिड में एकीकरण और चौबीस घंटे सात दिन हरित ऊर्जा की उपलब्धता सुनिश्चित करना आवश्यक है। इसी दिशा में अडानी ग्रीन एनर्जी ने अपने मौजूदा सौर, पवन और हाइब्रिड ऊर्जा परियोजनाओं के साथ ऊर्जा भंडारण समाधानों को अपने पोर्टफोलियो में शामिल किया है।
अडानी ग्रीन एनर्जी वर्ष 2030 तक पांच गीगावाट से अधिक हाइड्रो पीएसपी क्षमता जोड़ने की योजना पर कार्य कर रही है। कंपनी ने पहले ही आंध्र प्रदेश में चित्रावती नदी पर 500 मेगावाट, महाराष्ट्र के तराली में 1500 मेगावाट और आंध्र प्रदेश के गंडिकोटा में 1800 मेगावाट की हाइड्रो पंप स्टोरेज परियोजनाओं का निर्माण शुरू कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि हाइड्रो पीएसपी को ऊर्जा भंडारण की सबसे कुशल, लागत प्रभावी और स्थायी तकनीकों में से एक माना जाता है। ये दिन में उत्पन्न सौर ऊर्जा का उपयोग करके जल भंडारण करते हैं और रात के समय ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करते हैं। यह तकनीक न केवल ग्रिड स्थिरता और ऊर्जा प्रबंधन में सहायक है बल्कि यह आवृत्ति विनियमन और आरक्षित उत्पादन भी प्रदान करती है। अपनी स्वच्छ, सुरक्षित और टिकाऊ प्रकृति के कारण हाइड्रो पीएसपी आधुनिक ऊर्जा ढांचे का एक अहम हिस्सा बनता जा रहा है।