सुशील तिवारी
इंदौर:दो ही मुद्दे प्रमुख हैं महंगाई और बेरोजगारी. जनता इससे त्रस्त है. सरकार 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज बांट रही है इससे ही स्पष्ट होता है इतने लोग परेशान है और वो अपना पेट नहीं भर सकते. बेरोजगारी के कारण युवा परेशान हो रहे हैं. बेरोजगारी चरम पर है. इसे ही लेकर हम जतना के बीच जाएंगे और जनता हमारा साथ देगी.यह कहना है इंदौर के कांग्रेस सांसद प्रत्याशी अक्षय कांति बम का. श्री बम युवा उद्यमी और शिक्षाविद् है. वे दमदारी से चुनावी मैदान भाजपा के गढ़ में किला लड़ा रहे है. उन्होंने लोकसभा चुनाव की तैयारी और शहर के लिए अपनी प्राथमिकताओं को लेकर नवभारत से विशेष चर्चा की. कांग्रेस की जीत के प्रति आश्वस्त श्री बम ने कहा कि हमारी सरकार बनते ही जो हमने न्याय पत्र के माध्यम से वादा किया है, युवाओं को एक लाख नौकरी दी जाएगी. 30 लाख सरकारी नौकरियों को प्राथमिकता से भरेंगे. पांच हजार करोड़ का स्टार्ट फंड बनाएंगे. युवाओं को शिक्षित और रोजगार देने वाला बनाएंगे. 8,500 हजार रुपए हर गरीब महिला को दिया जाएगा. उन्हें साल में एक लाख रुपया दिया जाएगा. नौकरियों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिए जाएगा. प्रस्तुत है उनसे बातचीत के अंश-
सवाल- इंदौर के लिए आपकी क्या प्राथमिकताएं रहेंगी?
जवाब- वाहनों की संख्या पर नियंत्रण जरूरी है. यह तेजी से बढ़ रही है. इस पर नियंत्रण से पेट्रोल भी बचेगा और समय की भी बचत होगी. पानी सहेजने के लिए ध्यान देना होगा. रोड पर जो पानी बह जाता है उसे भी रोकना होगा भविष्य को ध्यान में रखते हुए. सीमेंट कांक्रीट का जाल जो शहर में फैला है उस पर भी नियंत्रण करना होगा. जल विशेषज्ञों की राय लेना होगी इंदौर भविष्य में आईटी हब बनने जा रहा है. यहां बाहर से 3-4 लाख लोग आएंगे. उसके हिसाब से इंफ्रास्ट्रक्टर बनाना होगा. इतने लोगों के रहने की व्यवस्था करना होगी. शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाना जरूरी है. लोगों को स्किल्ड बनाना होगा क्योंकि हर व्यक्ति ग्रेजुएट नहीं हो सकता. हम हर विधानसभा में स्किल डेवलपमेंट सेंटर विकसित करेंगे.
सवाल- आपको टिकट मिलने का कारण?
जवाब- लोकसभा चुनाव पार्टी के साथ ही व्यक्तित्व आधारित होता है. इसमें व्यक्ति की शिक्षा, पढ़ाई-लिखाई का प्रमुखता से ध्यान रखा जाता है. मेरी शैक्षणिक पृष्ठभूमि के आधार पर ही मुझे टिकट में प्राथमिकता दी गई है.
सवाल- चुनावी रणनीति क्या है?
जवाब- चुनाव में बूथ महत्वपूर्ण होता है. वो मजबूत होते हैं तो जीत सुनिश्चित होती है. हमारा सबसे पहला फोकस बूथ कार्यकर्ता पर है. सबसे पहले हम बूथ मैनेजमेंट कर रहे हैं. इस बार चुनाव नीचे से ऊपर की ओर जा रहे है. हम बूथ मजबूत करते हुए आगे बढ़ रहे हैं.
सवाल- इंदौर भाजपा का गढ़ है, कैसे मुकाबला करेंगे?
जवाब- 40 साल पहले इंदौर कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था. आज भी कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद है और अब वे जागरूक है. वहीं, जनता भी कहीं न कहीं अंदर से परेशान है. हम बस कार्यकर्ताओं के माध्यम से जनता तक अपनी बात पहुंचाएंगे. अधिक से अधिक नुक्कड़ सभाएं करेंगे. राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और प्रदेश अध्यक्ष पटवारी की सभाएं होंगी. हम मेहनत करेंगे नतीजे हमारे पक्ष में होंगे.
सवाल- गुटबाजी से कैसे निपटेंगे?
जवाब- गुटबाजी छोटे चुनावों में होती है. लोकसभा चुनाव में एक ही प्रत्याशी होता है इसलिए गुटबाजी जैसी कोई बात नहीं है. सभी मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. जितने भी नेता है मदद कर रहे हैं.
सवाल- मौजूदा सांसद के पिछले कार्यकाल में क्या कमी है?
जवाब- आप स्वयं देखिए पिछले पांच सालों में कोई विशेष कार्य नहीं हुए. पानी की समस्या, पब्लिक ट्रांसपोर्ट की समस्या और रेलवे लाइन बढ़ाने पर भी काम नहीं हुआ. सभी काम अटके हुए हैं. नई इंटरनेशनल फ्लाइट नहीं मिली है. टीसीएस और इंफोसिस के अलावा कोई नई बड़ी कंपनीं नहीं आई. एमएसएमई में कोई उल्लेखनीय काम नहीं हुआ. कोई बड़ी इंडस्ट्री भी नहीं आई. ड्राय पोर्ट बनना था वह भी नहीं बन पाया. मां अहिल्या के नाम से शहर की पहचान है, उनका मंदिर तक नहीं बन पाया. शहर में नशा बहुत तेजी से बढ़ रहा है. इसके चलते अपराध भी बढ़ रहे है. राजनीतिक इच्छा शक्ति हो तो इसे रोका जा सकता है. केंद्र और राज्य दोनों जगह एक ही सरकार है. फिर भी अपराध रोकने में अक्षम है