कंसल्टेंट की हुई नियुक्ति, नए स्तर पर बनाई जा रही डीपीआर
सिंहस्थ के साथ ही महाकाल मंदिर जाने के लिए श्रद्धालुओं को होगी सुलभता
उज्जैन:सड़क पर रेंगते हुए वाहन अभी जिस तरह से महाकाल मंदिर तक पहुंचते हैं उससे जल्द ही निजात मिलने वाली है, ब्रिज की सभी भुजाएं जहां चौड़ी की जा रही है, वहीं हरि फ़ाटक मार्ग होते हुए सिक्स लेन महाकाल मंदिर के समीप नीलकंठ मार्ग तक पहुंचेगा.नवभारत से चर्चा में एमपीआरडीसी के अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया कि सिंहस्थ 2028 की दृष्टि से इंदौर से लेकर उज्जैन तक फोरलेन सड़क को सिक्स लेन में तब्दील किया जा रहा है इसके लिए निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है, यही नहीं उक्त सिक्स लेन को हरि फाटक ब्रिज होते हुए नीलकंठ मार्ग महाकाल लोक तक ले जाने की भी योजना है.
कंसल्टेंट की हुई नियुक्ति
चर्चा में एमपीआरडीसी के अफसरों ने बताया कि कंसल्टेंट की नियुक्ति कर दी गई है, और वह नए सिरे से डीपीआर जो बना रहे हैं उसमें कुछ अलग प्रावधान किया जा रहे हैं. इंदौर से उज्जैन तक सिक्स लेन का प्रोजेक्ट तैयार है, काम भी शुरू हो चुका है, ऐसे में हरि फाटक ब्रिज होते हुए नीलकंठ तक सिक्स लेन को जिस प्रकार से ले जाने की तैयारी चल रही है वह प्रोजेक्ट का दूसरा पार्ट भी हो सकता है.
इंदौर उज्जैन सिक्स लेन पर एक नजर
उज्जैन-इंदौर सिक्सलेन का भूमिपूजन राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू द्वारा 19 सितम्बर 2024 को उज्जैन में किया गया था। उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन का कार्य 15 जनवरी से प्रारंभ किया जा चुका है.
ब्रिज, फ्लाइओवर भी बनेंगे
महामत्युंजय द्वार तिराहे पर तथा शांती पैलेस चौराहे पर फ्लाई ओवर निर्माण होगा. अण्डरपास भी बनेंगे. ग्राम धरमपुरी, सांवेर, ग्राम पंथपिप्लाई में तथा उज्जैन इंजीनियरिंग कॉलेज तीराहे का चयन निर्माण के लिए किया गया है.
1692 करोड़ में बनेगा सिक्स लेन
उज्जैन-इंदौर सिक्सलेन कार्य की निर्माण लागत 1692 करोड़ रुपये है. 2 वर्ष में यह प्रोजेक्ट पूर्ण हो जाएगा. डेड लाइन भी तय कर दी है जिसमें 14 जनवरी 2027 तक कार्य पूर्ण किया जाना है. 15 वर्षों तक मार्ग के रखरखाव का कार्य निर्माण एजेन्सी द्वारा किया जाएगा.
इनका कहना है…
सिंहस्थ 2018 के मद्देनजर फोरलेन सड़क को इंदौर अरविंदो अस्पताल से लेकर हरि फ़ाटक मार्ग तक सिक्स लाइन में तब्दील किया जा रहा है. पता चला है कि एमपीआरडीसी अब उक्त सिक्स लेन को महाकाल मंदिर पहुंच मार्ग के समीप नीलकंठ नए द्वार तक ले जा रहा है, जो सिंहस्थ की दृष्टि से और बेहतर रहेगा, प्रतिदिन महाकाल मंदिर के लिए आने जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं को भी सुलभता प्राप्त होगी.
– एलएन गर्ग, एसडीएम ,उज्जैन