जबलपुर। फरार बिल्डर शंकर मंछानी के खिलाफ दो और शिकायतें पुलिस के पास पहुंची हैं जिसमें उसने लाखों की धोखाधड़ी की हैं।
पीडि़त धर्मेन्द्र मंध्यानी पिता मेवलदास मंध्यानी निवासी नेपियर टाउन, होम साइंस कॉलेज के पास ने शिकायत करते हुए बताया कि बिल्डर शंकर मंछानी पिता मोहनदास मंछानी द्वारा मुस्कान गोल्ड बिल्डिंग योजना क्रमांक 14 में दुकान के लिये 7 मार्च 2011 को नगद पाँच लाख दिये थे। परन्तु योजना निरस्त होने के बाद बिल्डर दूसरी योजना मुस्कान प्लाजा में ग्राउन्ड फ्लोर दुकान दिया गया जिसका एग्रीमेंट भी किया गया परन्तु कुछ समय बाद रजिस्ट्री के लिये कहा गया तो टाल-मटोल करने लगा। बिल्डर शंकर मंछानी द्वारा कुछ समय बाद बिल्डिंग का नक्शा आजू बाजू दुकानदारों द्वारा दिखाया गया तो ज्ञात हुआ कि दुकान के स्थान पर लिपट वाली जगह है तभी शंकर मंछानी से इस बात की गई और दुकान की रजिस्ट्री के लिए कहा गया तो बिल्डर शंकर मंछानी ना ही पैसे दे रहे हैं ना रजिस्ट्री कर रहे हैं। दुकान का साईज 10314 मुस्कान गोल्ड बिल्डिंग जो नहीं दी गई। दुकान साईज 10314 मुस्कान प्लाजा जो दी गई जिसका ना नक्शा न रजिस्ट्री है अवैध दुकान है। इसी प्रकार मधु आहूजा पत्नी प्रदीप आहूजा निवासी रांझी ने शिकायत में बताया कि फ्लैट खरीदने के लिए वर्ष 2011 से 2014 के मध्य बिल्डर शंकर मंछानी को विभिन्न दिनांकों में कुल 7,00,000 नगद दिए थे। जिसके बाद बिल्डर रजिस्ट्री करने पर टालमटोली कर बहानेबाजी करता रहा। फ्लैट को विक्रय करने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी की गई है।