नागपुर (वार्ता) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने शुक्रवार को यहां केंद्रीय संग्रहालय में छत्रपति शिवाजी महाराज के युग के हथियारों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
संग्रहालय में शिवाजी-युग के हथियारों की प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद कविवर्य सुरेश भट सभागार में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में बोलते हुए श्री फडनवीस ने जल प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण, कानून और व्यवस्था, महिलाओं की सुरक्षा, सभी जातियों तथा धर्मों के सम्मान के जरिये छत्रपति शिवाजी महाराज के शासन का उदाहरण दिया।
उन्होंने याद दिलाया कि ऐसे समय में जब आक्रमणों के कारण महाराष्ट्र के रीति-रिवाज, संस्कृति, भाषा और धर्म बचेंगे या नहीं, इस पर संदेह था, शिवाजी महाराज ने इस स्वतंत्रता को बरकरार रखा।
श्री फडनवीस ने कहा,“आज हम जिस स्वतंत्रता का आनंद ले रहे हैं, उसकी नींव छत्रपति शिवाजी ने रखी थी। हमने बाघ के पंजे (वाघ नखे) वापस लाए हैं, जिनका इस्तेमाल छत्रपति शिवाजी ने स्वराज्य की रक्षा के लिए किया था, ताकि महाराष्ट्र के लोगों को इस विरासत पर गर्व हो। उन्हें शुरू में पश्चिमी महाराष्ट्र के नागरिकों के लिए सतारा के संग्रहालय में रखा गया है।”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस समृद्ध विरासत को संरक्षित करने और नई पीढ़ी को सौंपने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने संबंधित विभाग को योजना बनाने का निर्देश दिया ताकि विदर्भ के युवाओं और जनता को यह अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिले।