अहातों की शक्ल में सांवेर के आसपास के ढाबे शराब के अड्डे की शक्ल में आबाद !
खेरची में ही नहीं बल्कि बिक्री के लिए भी दी जा रही अवैध शराब की पेटियां
सांवेर 6 फरवरी. सांवेर नगर के आसपास मुख्य मार्गों पर अधिकतर ढाबों और होटलों में खुलेआम अवैध शराब न केवल पियक्कड़ों बेची जा रही है बल्कि अहातों के रूप में बैठाकर पिलवाई भी जा रही है बल्कि . नगर जहाँ की थाना कायम है करीब एक दो – तीन किमी के दायरे में ही स्थित कई ढाबों और होटलों के सामने से पुलिस की गाड़ियों का आना जाना बना रहता है मगर अहातों के रूप में आबाद इन अवैध शराब के नाजायज अड्डों की ओर पुलिस के निचले कर्मचारी या आला अधिकारी गलती से भी नजर नहीं डाल रहे हैं .
पूर्ववर्ती शिवराजसिंह सरकार द्वारा लायसेंसी शराब दुकानों में या उनके पास पियक्कड़ों को शराब पीने की सुविधा देने वाले अहाते बंद करवा दिए थे . वर्तमान मोहन सरकार तो सांवेर की समीपवर्ती धार्मिक नगरी उज्जैन को शराबमुक्त रखने का फ़ैसला ले चुकी है . मगर सांवेर नगर के आसपास इंदौर – उज्जैन फोरलेन व्यस्ततम हाइवे और अजनोद व चंद्रावतीगंज रोड़ या कुड़ाना रोड़ पर स्थित ढाबों और होटलों में ज्यादा दाम लेकर शराब सहित अन्य मिलने वाली चीजों का ज्यादा दाम लेकर बैठकर शराब पीने की सुविधा दी जा रही है.
बिंजलिया वेयर हाउस के पास स्थित बालाजी ढाबा पर करीब तीन साल से अवैध अहाता चलाया जा रहा है जहाँ कुछ दाम लेकर शराब पिलाई जाती है । बायपास पर कान्ह नदी का ब्रिज पार करते ही अक्षत ढाबे पर भी इसी तरह की सुविधा मिलती है ये दिगर बात है की पियक्कड़ों से यहाँ सिर्फ बैठने का 100 रूपए अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है . मजेदार बात यह है कि इस ढाबे का संचालक हर 3 – 4 महीने में बदल जाता है लेकिन शराब पिलाने काम बदस्तूर जारी है . सांवेर फोरलेन बायपास पर पानोड़ रोड़ चौराहे के आगे रिमझिम और पीएस मंत्री ढाबे पर तो पियक्कड़ों के साथ आमजन में भी कुख्यात हो चुके हैं . इसमें शराब पीने वालों को बीयर बार की तरह बैठकर पीने की पूरी सुविधा दी जाती है . मंत्री ढाबा तो ऐसे ही अवैध अड्डे के रूप में दूर – दूर तक कुख्याति अर्जित कर चूका है . हद तो ये है की सांवेर नगर में ही जयकाली सरकार ढाबे में तो शराबियों को बैठने की सुविधा के साथ – साथ केबिन भी बना रखे है . यंहा भी बीयर बार की शक्ल में देशी – विदेशी शराब और बियर खुलेआम बिक रही है और दाम वसूलकर बैठाकर पिलवाई जा रही है .
मुकाता बना अवैध शराब का हब !
अजनोद मार्ग पर सांवेर के नजदीक मुकाता गाँव अब अवैध शराब बिक्री के नए केंद्र के रूप में बदनाम हो रहा है . मुकाता के समीप स्थित अंकित एआर ढाबा क्षेत्र में सबसे इसलिए कुख्यात है कि यहाँ 24*7 शराब बेची व पिलाई जा रही है . इसका संचालक अंकित जायसवाल तो अन्य गांवों के साथ नगर के केशरीपुरा तक में बेचने के लिए अवैध शराब जरूरत के मुताबिक़ मुहैया करा रहा है . हैरानी की बात तो यह है कि इसके पास इतनी बेशुमार तादात में अवैध शराब आ कहाँ से रही है . मुकाता में ही दीपक जायसवाल भी भारी मात्रा में अवैध शराब बेच रहा है . मुकाता तो लगता है अवैध शराब का हब बन गया है कि यहाँ शराब बेचने के साथ यहीं से दीगर जगहों पर भी होम डिलीवरी की जा रही है . दीपक के घर से तो महिला भी शराब बेच रही है .
पुलिस – आबकारी संदेह के घेरे में
अवैध शराब के लिए सांवेर के इन कुछ कुख्यात ढाबों व होटलों के साथ कई – छोटे बड़े अवैध शराब के विक्रेता अवैध शराब की बिक्री कर फल फूल रहे है . नगर और क्षेत्र का हर सयाना वाशिंदा व्यक्ति इस गोरखधंधे से अच्छी तरह वाकिफ़ है मगर हैरानी की बात है कि पुलिस या सांवेर के लिए गुमशुदा आबकारी महकमा बेख़बर या अनजान बना बैठा है . लोगों में तो इससे यही संदेश जा रहा है कि पुलिस और शराब माफियाओं में कोई गठजोड़ तो नहीं है . गौरतलब है कि सांवेर का लायसेंसी शराब ठेकेदार मकवाना सांवेर से बड़ी मात्रा में अवैध रूप से शराब लेजाकर उज्जैन जिले में बिकवाने के मामले में भेरूगढ़ पुलिस द्वारा धरा जा चुका है और इसी आरोप में एक महीने से भी ज्यादा वक्त से जमानत न मिलने के कारण भेरूगढ़ जेल में ही बंद है .
मगर इस शराब माफ़िया का गोरखधंधा सांवेर पुलिस को नजर नहीं आया .
समय – समय पर कार्यवाही होती है पिछले दिनों ही कुछ ढाबों पर कार्यवाही की थी लेकिन अभी तो कही शराब बेची व पिलाई नही जा रही है और यदि ऐसा है तो बिल्कुल सख्त कारवाई करेंगे
– कमलसिंह गेहलोत
सांवेर थाना प्रभारी