नयी दिल्ली (वार्ता) प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी एचएफसीएल लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में शुद्ध मुनाफा इसके पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के 82.43 करोड़ रुपये के मुकाबले 11.95 प्रतिशत घटकर 72.58 करोड़ रुपये रह गया।
कंपनी ने सोमवार को बयान जारी कर बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में उसे 72.58 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ, जो वित्त वर्ष 2023-24 की इसी तिमाही के 82.43 करोड़ रुपये की तुलना में 11.95 प्रतिशत कम है। आलोच्य अवधि में उसके राजस्व में भी 1.97 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और यह 1032.31 करोड़ रुपये से कम होकर 1011.95 करोड़ रुपये पर आ गया।
एचएफसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र नाहटा ने कंपनी के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि चुनौतीपूर्ण बाजार परिस्थितियों के बावजूद कंपनी ने अपनी स्थिर तिमाही वृद्धि और लचीलेपन को साबित किया है। नवाचार और रणनीतिक विकास के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता इसे निरंतर आगे बढ़ा रही है। हाल ही में भारतनेट ऑर्डर हासिल करना देश के डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में एचएफसीएल की विशेषज्ञता को दर्शाता है और देश की ब्रॉडबैंड क्रांति में एक विश्वसनीय प्रौद्योगिकी भागीदार के रूप में इसकी स्थिति को और मजबूत करता है।
इसके अलावा होसुर में नई रक्षा विनिर्माण इकाई की स्थापना रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक अहम कदम है। यह पहल ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियानों के अनुरूप है, जिससे न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती मिलेगी बल्कि एचएफसीएल की क्षमता भी बढ़ेगी।
श्री नाहटा ने भविष्य की दिशा पर कहा कि एचएफसीएल अपनी तकनीकी क्षमताओं को विस्तारित करने, नवाचार को प्रोत्साहित करने और अपने हितधारकों को बेहतर मूल्य प्रदान करने पर केंद्रित है। कंपनी को विश्वास है कि उसकी रणनीतिक पहलें दीर्घकालिक और सतत विकास सुनिश्चित करेंगी तथा उद्योग में उसकी अग्रणी स्थिति को और मजबूत करेंगी।