इंदौर। विजय नगर थाना क्षेत्र में हुए जघन्य हत्या कांड के आरोपियों को पुलिस ने महज कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आयुक्त शहर संतोष कुमार सिंह, पुलिस उपायुक्त (जोन-02) अनिल विश्वकर्मा, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अमरेंद्र सिंह एवं सहायक पुलिस आयुक्त विजय नगर श्री आदित्य पठे के निर्देश पर थाना प्रभारी चंद्रकांत पाटीदार के नेतृत्व में टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को हिरासत में लिया।
घटना का विवरण
दिनांक 1 फरवरी 2025 को फरियादी सुनील (पुत्र उमेश सिंह चौहान, निवासी अलका नगर, इंदौर) ने थाना विजय नगर में रिपोर्ट दर्ज कराई। फरियादी ने बताया कि वह रोबोट चौराहा स्थित एक दुकान में काम करता है। लगभग 15-20 दिन पूर्व मृतक नितेश वैश्य और आरोपी दीपक उर्फ डोरेमोन के मामा दीपक गांगले के बीच उधारी को लेकर विवाद हुआ था। घटनाक्रम के अनुसार, रात करीब 12:15 बजे जब नितेश वैश्य और फरियादी सुनील अपनी दुकान बंद कर घर लौट रहे थे, तभी चिंतामण हनुमान मंदिर के पास आरोपियों दीपक उर्फ डोरेमोन, पीयूष जाटव और विकास मिश्रा ने उन्हें रोका और गाली-गलौज करने लगे। विरोध करने पर दीपक ने नितेश को जमीन पर गिरा दिया, जबकि पीयूष और विकास ने पत्थरों से उस पर हमला कर दिया। फरियादी सुनील ने बचाव का प्रयास किया, लेकिन पीयूष ने उसे पकड़ लिया। किसी तरह बचकर सुनील नितेश के घर पहुंचा और परिजनों को सूचना दी। घायल नितेश को एम.वाय. अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए विजय नगर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए अपराध क्रमांक 67/2025 धारा 103(1), 3(5) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने मुख्य आरोपी विकास (पुत्र देवीसार, निवासी अलका नगर, इंदौर), पीयूष (पुत्र रमेश जाटव, निवासी गुरु नगर, इंदौर) और दीपक (पुत्र सोहन साहू, निवासी गुरु नगर, इंदौर) को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
गिरफ्तारी में थाना प्रभारी चंद्रकांत पाटीदार के नेतृत्व में उपनिरीक्षक बब्बू सिंह रघुवंशी, सहायक उपनिरीक्षक अनिल पाठक, सहायक उपनिरीक्षक दिग्विजय सिंह गुर्जर, प्रधान आरक्षक सुनीत सिंह बिसारिया, आरक्षक पंकज पटेरिया, श्रीनिवास, लोकेन्द्र, राधेश्याम, गंगाराम, सुनील आदि का विशेष योगदान रहा।