कमिश्नर ने की जांच समिति गठित ,कई मजदूर,लापता कांग्रेस ने की जांच की मांग
सुरेश पाण्डेय पन्ना
खास बातें
1- बिहार के मजदूरों ने वीडियो में दावा कर कहा कई मजदूरों की हुई मौत,किसी को नही जाने दिया जा रहा ।
2- कंम्पनी पर म्रतकों एवं घायलों की संख्या छिपाने का आरोप कहा 170 मजदूरों में सिर्फ 40 बचे शेष लापता ।
3- कांग्रेस ने ज्ञापन सौंपकर हादसे की उच्चस्तरीय जांच की मांग की ।
गत दिवस पन्ना जिले के जे के सीमेण्ट हादसे को लेकर प्लाण्ट में कार्यरत मजदूरों के वायरल वीडियो से प्रशासनिक दावों से हटकर स्थति सामने आ रही है । सीमंेण्ट प्लांण्ट में बिहार के कार्यरत मजदूर विकास कुमार ने बताया कि वह सीमेण्ट प्लाण्ट में साढ़े सात बजे मजदूरी करने गया उस समय 170 मजदूर कार्य के लिए गए हुए थे हादसा लगभग 10ः30 बजे हुआ जिस समय वह भी बाल बाल बच गया प्लाण्ट से बाहर मात्र 40 मजदूर सुरक्षित निकल सके थे शेष सभी उसी स्लेब के मलवे में दब गए थे इसके बाद से किसी मजदूर को अंदर नही जाने दिया गया कई मजदूर दब कर मर गए जिन्हें प्लाण्ट के अंदर ही दफना दिया गया होगा किसी को अंदर नही जाने दिया जा रहा है और नही किसी से मिलने दिया जा रहा है कई घायल हैं चार मौतें नही बल्कि कई मौतें होने की बात अपनी वायरल वीडियों में कही है वहीं दूसरे मजदूर हिमाचल जो वह भी बिहार का रहने वाला है उसने भी मौतों एवं घायलों की संख्या का प्रशासनिक आंकड़े से अधिक होने की बात कही और अधिक से अधिक मुआवजा म्रतकों एवं घायलों को देने तथा म्रतकों के कम से कम एक वारिश को प्लाण्ट में नौकरी देने की बात कही है । अब उनके दावों में कितनी सच्चाई है यह निष्पक्ष जांच से ही स्पष्ट हो सकेगी ।
प्रशासन को छोड़ प्लाण्ट में मीडिया सहित किसी अन्य के लिए प्रवेश पर है पूर्णतः प्रतिबंध,इस पर उठ रहे सवाल- जबसे जे के सीमेण्ट प्लाण्ट की स्थापना हुई तब से यहां तक पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जब इसका शुभारंभ किया तब तक मीडिया को अंदर नही जाने दिया गया यही नहीं कुछ चुनिंदा प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के सिवा आज तक किसी को प्रवेश नही मिला ताकि प्लाण्ट के अंदर क्या गतिविधियां चल रही है यह कहीं सार्वजनिक न हो जावे जिसको लेकर प्लाण्ट प्रबंधन पर सवालिया निशान लगना स्वाभाविक है ।
कमिश्नर सहित कलेक्टर ने गठित की जांच समितियां- सागर कमिश्नर वीरेन्द्र सिंह रावत से हासिल जानकारी के अनुसार आज उनके द्वारा पांच सदस्यीय जांच समिति गठित की गयी है जारी आदेश में उन्होंने उल्लेख किया है कि गत दिवस सिमरिया थानांतर्गत स्थित जे के सीमेण्ट प्लाण्ट में हुए हादसे में 4 मजदूरों की मौत हुई और 15 मजदूर घायल हुए जिससे प्रथम द्रष्टया जे के सीमेण्ट फैक्टी प्रबंधन की लापरवाही परिलक्षित होती है अतः घटित दुर्घटना के कारणों एवं अन्य विदुओं की जांच हेतु समिति का गठन किया जाता है जिससे जिसमें अपर कलेक्टर पन्ना,एडीशनल एस पी पन्ना,मुख्य अभियंता लोकनिर्माण विभाग सागर,सहायक श्रमायुक्त सागर तथा कार्यपालन यंत्री पी आइयू पन्ना को शामिल किया गया है । इसी प्रकार कल 30 जनवरी को देर शाम कलेक्टर पन्ना ने सीमंेण्ट प्लाण्ट हादसे को लेकर जिला स्तरीय जांच समिति गठित की है जिसमें प्रभारी कलेक्टर नीलाम्बर मिश्र ने बताया कि उक्त समिति में अपर कलेक्टर पन्ना, एडीशनल एस पी पन्ना, कार्यपालन यंत्रीद्वय पी आई यू एवं लोकनिर्माण विभाग तथा श्रम पदाधिकारी जिला पन्ना को सदस्य बनाया गया है जो निर्धारित विभिन्न बिदुओं के आधार पर तीन दिवस में अपनी जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेगी ।
इन छः बिदुओं पर 3 दिवस में करनी होगी जांच- कमिश्नर सागर द्वारा जारी पत्र में जिन छः बिंदुओं पर तीन दिवस के अंदर जांच सिमति को जांच पूर्ण कर सौंपना है उसमें से किन परिस्थतियों एवं किन कारणों से घटना घटित हुई ,निर्माण कार्य के लिए क्या सभी संबंधित विभागों से अनुमतिली गयी या नहीं , निर्माण कार्य में किए जा रहे मटेरियल की गुणवत्ता का मानक स्तर की थी या नही, किस स्तर पर लापरवाही की गयी है इसके लिए कौन कौन जिम्मेदार है तथा समिति अन्य जो भी उचित कारण समझे उल्लेख कर सकती है ।
कांग्रेस ने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन – जिला कंाग्रेस कमेटी पन्ना के अध्यक्ष शिवजीत सिंह के नेत्रत्व में आज अमानगंज तहसीलदार के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि जे के सीमेण्ट प्लाण्ट देवरा हरदुआ में हुए हादसे में भारी संख्या में मजदूरों की मौतें हुई है। और कईघायल हुए हैं जिसकी उच्चस्तरीय जांच करायी जाए तथा म्रत मजदूरों का डेटा उपलब्ध कराया एवं म्रतकों के वारिशों को पचास पचास लाख रूपए मुआवजा दिया जावे तथा योग्यतानुसार प्लाण्ट में नौकरी उनके वारिशों को दी जावे ।