परीक्षा केंद्र के पास के थाने में उपस्थित होकर पेपर निकलवाने और उसे केंद्र तक सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेदारी परीक्षा केंद्र पर नियुक्त किए कलेक्टर प्रतिनिधि संभालेंगे। इस दौरान वह एमपी बोर्ड द्वारा तैयार करवाए गए एप पर थाने से सेल्फी भेजेंगे। परीक्षा केंद्र के रूट की भी मॉनिटरिंग होगी।मंडल के अधिकारियों के मुताबिक संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्र उन केंद्रों को माना जाता है जहां प्राइवेट छात्रों की संख्या अधिक होती है।
जिस केंद्र पर पूरी तरह से केवल प्राइवेट परीक्षार्थी शामिल होते हैं हैं उसे अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा जाता है। मंडल सोशल मीडिया पर नजर रखेगा। इसके लिए साइबर पुलिस की मदद भी ली जाएगी। इसके तहत अगर कोई सोशल मीडिया पर पेपर लीक या यह कहकर पेपर शेयर करता है कि यह पेपर परीक्षा में आएगा तो उस पर भी कार्रवाई की जा सकती है। मंडल द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूम से भी इस पर नजर रखी जाएगी।जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड़ ने बताया कि लंबे समय से शिक्षा विभाग बोर्ड परीक्षाएं कर रहा है और हर बार संवेदनशील और अति संवेदनशील केंद्रों पर विशेष निगरानी रहती है। इस बार भी यह केंद्र बनाए गए है जिनके लिए कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी से इस संबंध में दिशा निर्देश मिल गए हैं।