पोस्ट से सियासत में घमाशान, कांग्रेस हुई हमलावर
नवभारत न्यूज
रीवा, 14 जनवरी, भाजपा के अंदर सब कुछ ठीक ठाक नही चल रहा है. अंदर से खबर आती रही है कि आपसी द्वंद जारी है. यह बात अलग है कि सामने दिखाई नही देता. लेकिन सोशल मीडिया में भाजपा विधायक के फेसबुक अकाउंट में डाली गई एक फोटो ने अंर्तकलह को सामने ला दिया. पोस्ट से सियासत शुरू हो गई है. कांग्रेस लगातार हमलावर हो गई है और भाजपा के अंदर भी इस पोस्ट को लेकर शिकायतो का दौर शुरू हो गया.
दरअसल प्रदेश के मुखिया डा0 मोहन यादव अल्प प्रवास पर सोमवार की रात रीवा हवाई अड्डा पहुंचे थे. जहा शहडोल संभाग के उद्योगपतियो से संवाद कर रहे थे. उस दौरान प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला, सांसद जनार्दन मिश्रा एवं त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी, मनगवां विधायक इंजी. नरेन्द्र प्रजापति भी बैठे थे. मनगवां विधायक इंजी. नरेन्द्र प्रजापति ने अपने फेसबुक अकाउंट से एक फोटो पोस्ट की. जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में खलबली मच गई. दरअसल जिम्मेदार विधायक ने फोटो में त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी के चेहरे में सफेदा पोत कर फोटो पोस्ट की. जब यह पोस्ट वायरल हुई तो चारो तरफ विरोध शुरू हो गया. आखिर कार मनगवां विधायक ने ऐसा क्यो किया, क्या वह कोई बदला लेना चाहते है. जिम्मेदार जनप्रतिनिध है और इंजीनियरिंग के प्रोफेसर रह चुके है, ऐसे में उन्हे तकनीकी ज्ञान भी है तो क्या यह माना जाय कि बगैर देखे कुछ भी पोस्ट कर सकते है. ऐसे कई सवाल बाहे फैलाए खड़े है? क्या यह माना जा कि कही न कही यह साथी विधायक के प्रति दुर्भावना की ओर इशारा करता है. त्योंथर विधायक के समर्थक और कार्यकर्ताओं ने जमकर नाराजगी जाहिर की तो वही कांग्रेस ने मौका पाते ही हमला किया और इसे भाजपा की अंर्तकलह बताया. साथ ही कहा कि यह बदले की भावना से किया गया है.
मनगवां विधायक ने दी सफाई
फोटो वायरल होने के बाद सफाई देते हुए मनगवां से भाजपा विधायक इंजी. नरेन्द्र प्रजापति ने कहा कि मुझे रात को किसी कार्यकर्ता ने फोटो भेजा था और मैने बगैर देखे उसे अपने फेसबुक अकाउंट में मकर संक्रांति की शुभकामना के साथ पोस्ट कर दिया. ऐसा मेरा कोई विषय या गलत उद्देश्य नही है. रही बात सिद्धार्थ भैया की तो वह हमारे वरिष्ठ नेता है और उन्ही के आर्शीवाद से हम विधायक है उनके बगैर आर्शीवाद के यह संभव नही था. उनके बाबा एवं पिता स्व0 सुन्दर भैया के साथ मैने काम किया है. उस परिवार का मेरे ऊपर बहुत ऋण है ऐसी मेरी कोई दुर्भावना नही है.