आईआईएफएल होम फाइनेंस के गुजरात में 31,555 ग्राहक सक्रिय

अहमदाबाद, (वार्ता) गुजरात में आईआईएफएल होम फाइनेंस ने 30 सितंबर 2024 तक शानदार वृद्धि दिखाई है, जिसमें 33,396 सक्रिय लोन खाता और 31,555 सक्रिय ग्राहक हैं।

आईआईएफएल होम फाइनेंस लिमिटेड में जोनल सेल्स हेड अमित सेंगर ने सोमवार को कंपनी की विकास यात्रा के बारे में बात करते हुए कहा कि अपनी शुरुआत के बाद से कंपनी ने 55,897 ग्राहकों के जीवन को छुआ है, उन्हें महत्वपूर्ण वित्तीय समर्थन प्रदान किया है। गुजरात का योगदान कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) में 3,239.76 करोड़ रुपये है, जो कुल का 8.73 प्रतिशत है। राज्य भर में 38 शाखाओं के साथ आईआईएफएल होम फाइनेंस अपनी उपस्थिति को विस्तारित करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी ने वर्ष के पहले भाग में भी मजबूत प्रदर्शन देखा है, जिसमें 305.53 करोड़ रुपये का वितरण हुआ है, जो क्षेत्र में इसके बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।

श्री सेंगर ने कहा आईआईएफएल होम फाइनेंस ने दिसंबर 2024 में, कंपनी ने अपनी 3,000 करोड़ रुपये की नॉन-कोंवर्टिबल डिबेन्चर (एनसीडी) शेल्फ प्रॉस्पेक्टस के पहले ट्रांन्चसे 380.35 करोड़ रुपये जुटाए। भारत की प्रमुख अफोर्डेबल हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में से एक आईआईएफएल होम फाइनेंस लिमिटेडने विकास के एक महत्वपूर्ण चरण की शुरुआत की है, जिसमें कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर हासिल किये गये हैं। इसमें सफल पूंजी जुटाने के प्रयास और अपने ऋण पोर्टफोलियो का निरंतर विस्तार शामिल है।

उन्होंने कहा कि दिसंबर 2024 में, कंपनी ने अपनी 3,000 करोड़ रुपये की नॉन-कोंवर्टिबल डिबेन्चर (एनसीडी) शेल्फ प्रॉस्पेक्टस के पहले ट्रांन्चसे 380.35 करोड़ रुपये जुटाए। यह आईआईएफएल होम फाइनेंस के मजबूत व्यापार मॉडल और विकास क्षमता पर बाजार का विश्वास दर्शाता है। सितंबर 2024 तक 37,098 करोड़ रुपये की एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) के साथ, कंपनी अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिये ऑन-बुक और ऑफ-बुक एसेट्स का संतुलन बना रही है, जिसमें लगभग 36-37 प्रतिशत एयूएम प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ रणनीतिक को-लेंडिंग साझेदारियों के तहत ऑफ-बुक व्यवस्थाओं के तहत रखा गया है। आगे देखते हुये, आईआईएफएल होम फाइनेंस वित्तीय वर्ष 24-25 के लिए 15-17 प्रतिशत की स्थिर विकास दर बनाये रखने के लिये तैयार है, और अगले 2-3 वर्षों के लिये इसी तरह के अनुमान हैं। कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति इसके मजबूत मार्जिन्स में स्पष्ट है, जिसमें 12.5 प्रतिशत की यील्ड है, जबकि उधारी की लागत 8.7 प्रतिशत है, साथ ही स्थिर नेट इंटरेस्ट मार्जिन्स (एनआईएमएस) भी हैं।

अपनी साहसिक विकास रणनीति के तहत, कंपनी अभी तक अनछुए क्षेत्रीय बाजारों, विशेष रूप से टीआईईआर 2, 3 और चार शहरों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जहाँ निम्न-आय और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस/एलआईजी) को न्यूनतम दस्तावेजीकरण और त्वरित वितरण के साथ आवास ऋण की आवश्यकता है। इन क्षेत्रों में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये, आईआईएफएल होम फाइनेंस पहली बार घर खरीदने वालों के लिए सस्ती आवास ऋणों का विस्तार कर रही है, जिसमें सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों के साथ को-लेंडिंग और साझेदारी मॉडल का लाभ उठाया जा रहा है।

जोनल सेल्स हेड श्री अमित सेंगर ने कहा, “ हमारे ट्रांन्च 1 एनसीडी इश्यू की सफलता और हमारे बढ़ते एयूएम से बाजार में हमारे व्यापार मॉडल पर विश्वास का स्पष्ट संकेत मिलता है। हम ऑपरेशनल दक्षता में सुधार, स्थिरता सुनिश्चित करने और विकास को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं ताकि यह गति बनी रहे। हमारी को-लेंडिंग साझेदारियों और सस्ती आवास पर रणनीतिक ध्यान के साथ, हम आने वाले वर्षों में विकास जारी रखने के लिये अच्छी स्थिति में हैं।”

आईआईएफएल होम फाइनेंस भी डिजिटल परिवर्तन को अपनाते हुए, एआई-प्रेरित अंडरराइटिंग, उन्नत डेटा विश्लेषण और नवीनतम तकनीक का उपयोग करके एक सहज ग्राहक अनुभव प्रदान कर रहा है। देशभर में 385 से अधिक शाखाओं के साथ, कंपनी उभरते हुए बाजारों में नये अवसरों का अन्वेषण जारी रखे हुये हैं। सरकार की प्रधान मंत्री आवास योजना (पीएमएवाय) 2.0 – हाउसिंग फॉर ऑल के एक समर्पित साझीदार के रूप में, आईआईएफएल होम फाइनेंस ने पहले ही क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी स्कीम (सीएलएसएस) के माध्यम से 73,000 से अधिक ऋण वितरित किये हैं, जिनकी कुल राशि 1,753 करोड़ रुपये है।

कंपनी की सस्ती आवास क्षेत्र में नेतृत्व को और मजबूत किया है उसके ‘भरोसे की कीमत’ ब्रांड कैम्पेन ने, जिसमें प्रसिद्ध अभिनेता अभिषेक बनर्जी को दिखाया गया है, जो आईआईएफएल होम फाइनेंस की विश्वास और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करता है और साथ होंगे कामयाब के थीम पर जोर देता है। अपनी प्रमुख पहल ‘कुटुंब’ के माध्यम से, आईआईएफएल होम फाइनेंस हरित, सतत आवास में विश्वास करता है और आवास विकास में पर्यावरणीय रूप से अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए 75 से अधिक अध्यायों का आयोजन कर चुका है।

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