सेवर खेड़ी- सिलार खेड़ी परियोजना निर्माण का भूमिपूजन
सिंहस्थ में संत और गुरू क्षिप्रा के जल से करेंगे स्नान
नवभारत न्यूज
उज्जैन. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने क्षिप्रा नदी का जल और दुग्ध अभिषेक कर पूजन अर्चन किया तथा चुनरी भेंट की. मुख्यमंत्री ने बटुकों के मंत्रोच्चारण और शंख ध्वनि के साथ 614 करोड़ रुपए की सेवरखेड़ी-सिलार खेड़ी, परियोजना का शिप्रा घाट पर भूमि पूजन किया और शिलालेख का अनावरण किया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि पवन पावनी मां शिप्रा को प्रवाहमान बनाए रखने के लिए यह परियोजना अति आवश्यक थी. अब इस परियोजना के माध्यम से सिंहस्थ 2028 में मां शिप्रा के जल से ही ऋषि, मुनि, संत, गुरु महाराज स्नान करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना व सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना से क्षिप्रा में अविरल जल
प्रवाहमान होगा. यह परियोजना 2 साल में पूर्ण हो जाएगी और मां शिप्रा के जल से समस्त उज्जैन वासियों को पेयजल की सुविधा भी मिलेगी. किसानों को सिंचाई का पानी भी उपलब्ध होगा और मां शिप्रा प्रवाहमान रहेगी. इस अवसर पर प्रभारी मंत्री गौतम टटवाल, जल संसाधन मंत्री तुलसी राम सिलावट, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालूहेडा, संजय अग्रवाल, बहादुर सिंह बोर मुडला और अन्य जन प्रतिनिधि उपस्थित रहे.
कान्ह क्लोज डक्ट डायवर्जन परियोजना का निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने सोमवार क्षिप्रा शुद्धिकरण के लिए निर्माणाधीन कान्ह क्लोज डक्ट डायवर्जन परियोजना का उज्जैन के ग्राम बामोरा स्थित 32 मीटर गहरे शाफ्ट-3 की निर्माणाधीन टनल में उतरकर कार्य का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने अधिकारियों को कार्य की गुणवत्ता, समय सीमा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंहस्थ-2028 के दृष्टिगत कान्ह क्लोज डक्ट डायवर्जन परियोजना अत्यंत महत्वपूर्ण है. इस परियोजना से कान्ह का दूषित जल क्षिप्रा के किसी भी तट पर नहीं मिलेगा. कान्ह नदी का पानी शुद्धिकरण के बाद गंभीर नदी के डाउन-स्ट्रीम तक पहुंचाया जाएगा जिससे किसानों को भी सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी भी मिल पाएगा.
पवित्र नगरी घोषित करने की मांग
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दत्त अखाड़ा परिसर में गुरु महाराज से आशीर्वाद लिया. प्रवास के दौरान दत्त अखाड़ा क्षेत्र स्थित आश्रम पहुंचे और महंत गुरु सुंदर महाराज से आशीर्वाद लिया. गुरु संत सुंदर महाराज द्वारा उज्जैन को पवित्र नगरी घोषित करने की मांग भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखी.