दो जेल प्रहरी को किया निलंबित
इंदौर: नववर्ष यानि एक जनवरी को आजाद नगर स्थित जिला जेल में हुए संघर्ष की जांच में पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है. जेल में बंद एक गुट ने अपने साथी की हत्या का बदला लेने के लिए दूसरे गुट के आरोपियों पर जानलेवा हमला किया था. झगड़े में दोनों गुटों के कुल छह कैदी घायल हुए थे.पिछले दिनों जेल में कैदियों के बीच हुए संघर्ष के बाद बाद संयोगितागंज पुलिस ने हमले में शामिल छह कैदियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का प्रकरण दर्ज किया है.
जेल अधीक्षक जवाहरसिंह मंडलोई ने बताया कि 1 जनवरी को जेल के वार्ड 4 और 5 में दो गुटों के बीच झगड़ा हुआ था, जिसमें आदित्य, आशीष, मनीष, पवन, नूर मोहम्मद, इमदाद, हर्ष, फरदीन, फैजान और अनवर शामिल थे. इन आरोपियों ने जेल में ही बोतल फोड़कर हमला किया था. बताया जा रहा है कि जिन कैदियों पर हमला किया गया, उन्होंने 27 नवंबर 2024 को खुड़ैल क्षेत्र के ग्राम दूधिया में सुपरवाइजर हुसैन की हत्या कर दी थी. हमले के बाद पुलिस प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी हंसराज सिंह के निर्देश पर सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरु की. वहीं जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने घटना की गंभीरता को देखते हुए दो जेल प्रहरी कालूसिंह भिंडे और मनीष किरार को निलंबित किया है.
गैंगवार की आशंका
जेल सूत्रों के मुताबिक, जिला जेल में विभिन्न गुटों के बड़े बदमाशों द्वारा अलग-अलग गुट बना लिए गए हैं, जिनके बीच कभी भी गैंगवार की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. पुलिस प्रशासन द्वारा जब भी शहर में बड़े अभियानों का संचालन किया जाता है, इन बदमाशों को जिला जेल में भेजा जाता है. जेल का आकार छोटा होने के कारण कभी भी यहां अराजकता की स्थिति पैदा हो सकती है